Ranchi-राजधानी रांची का बहुचर्चित सेना जमीन घोटाले में ईडी 14 जून के पहले चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है, सूत्रों के अनुसार चार्जशीट दाखिल करने के पहले ईडी एक बार फिर से छापेमारियों का सिलसिला तेज कर सकती है. वह उन सभी चेहरों की तलाश में जिनके तार इस जमीन घोटाले से जुड़ रहे हैं और अब तक की पूछताछ में जिनका नाम इस मामले से जुड़ता नजर आ रहा है.
मनी लांड्रिंग के तहत मामले की जांच कर रही ईडी
ध्यान रहे कि बरियातू स्थित सेना की 4.55 एकड़ जमीन और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की अवैध खरीद बिक्री को लेकर ईडी मनी लांड्रिंग के तहत मामले की जांच कर रही है, ईडी ने अब तक इस मामले में रांची के पूर्व उपायुक्त आइएएस छवि रंजन, बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, फर्जी रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान व मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, उसने शहर का एक नामचीन चेहरा और बड़ा कारोबारी विष्णु अग्रवाल को भी समन भेजा था.
अपनी बीमारी का हवाला देकर विष्णु अग्रवाल ने की थी समय की मांग
ईडी के समन मिलने के बाद विष्णु अग्रवाल ईडी कार्यालय पहुंचा तो जरुर था, लेकिन उसके द्वारा अपनी बीमारी का हवाला देकर कुछ समय की मांग की गयी थी. अब जबकि ईडी इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है, विष्णु अग्रवाल का मामला लटकता नजर आ रहा है, क्योंकि दावा किया जाता रहा है कि इन सभी चेहरों के पीछे असली खिलाड़ी विष्णु अग्रवाल ही था. यही कारण है कि लोगों की निगाह विष्णु अग्रवाल की ओर लगी हुई है. इस बीच खबर यह भी है कि ईडी ने सभी आरोपियों और उसके सहयोगियों को सर्विलांस पर रखा है, किसी भी समय छापेमारी की शुरुआत हो सकती है.
रांची और कोलकाता में दर्ज हुई है प्राथमिकी
ध्यान रहे कि इस मामले में कोलकाता का निबंधन कार्यालय भी संदेह के घेरे में है. यही कारण है कि रांची के सदर थाने के साथ ही इस मामले में कोलकाता में भी प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी है.