रांची(RANCHI)- जब हमारे पुलिस कर्मी नक्सलियों से टकरा रहे होतें हैं या कुख्यात अपराधियों से लोहा ले रहे होतें हैं, तो उनके मन के किसी कोने में अपने परिवार की सुरक्षा की भावना जरुर सत्ता रही होती है. यह शंका भी जरुर रहती है, यदि कोई अनहोनी हो जाती है, उसके बाद परिवार क्या? हमारी कुंवारी बच्चियों का क्या? अबोध बच्चों का क्या? उनकी शिक्षा से लेकर शादी का भार कौन उठायेगा?
लेकिन झारखंड पुलिस की एक पहल से उनकी यह आशंका दूर होने वाली है, दरअसल झारखंड पुलिस ने आर्मी जवानों के समान ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से एक एकरारनामा किया है, जिसके तहत नक्सली हमले या अपराधियों के भिड़त के दौरान मौत होने पर एसबीआई उसे 50 लाख का भुगतान करेगा. बड़ी बात यह है कि इसके लिए पुलिस कर्मियों को अलग कोई भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा. यह उनके सैलरी पैकेज का हिस्सा होगा, अर्थात इसका भुगतान सरकार के द्वारा किया जायेगा.
बच्चों की शादी और पढ़ाई के लिए भी 10-10 लाख
इस योजना के तहत ना सिर्फ 50 लाख का भुगतान ही किया जायेगा, बल्कि उसके दो बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख और दो बेटियों की शादी के लिए भी अलग से 10 लाख का भुगतान किया जायेगा. इसके अलावा मुठभेड़ के दौरान स्थायी या पूर्ण विकलांगता की स्थिति में भी 50 लाख की राशि का भुगतान किया जायेगा. वहीं यदि कर्मी की मौत प्लेन दुर्घटना में होती है तो यह राशि एक करोड़ की होगी.
आर्मी में लागू थी पहले यह योजना
यहां याद रहे कि इस तरह की योजना पहले आर्मी में लागू थी, लेकिन झारखंड सरकार ने इस योजना को अब अपने पुलिस जवानों के लिए भी लागू करने का फैसला किया है. वैसे कर्मी जिनका खाता अभी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नहीं, जल्द ही उनका खाता एसबीआई में खोला जायेगा. माना जा रहा है कि झारखंड सरकार की इस पहल से पुलिस कर्मियों का मनोबल उंचा होगा और नक्सली सहित दूसरे अपराधियों के खिलाफ मुहिम में भी तेजी आयेगी.