Ranchi- झारखंड सरकार ने राज्य में विद्या केंद्र समीक्षा केंद्र की स्थापना करने का निर्णय लिया है, इसके माध्यम से राज्य के सरकारी स्कूलों की हर गतिविधियों पर सरकार की नजर बनी रहेगी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, धुर्वा के ठीक बगल में एमडीआई बिल्डिंग में इसकी स्थापना के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने जेम्स के माध्यम से टेंडर की प्रक्रिया शुरु कर दी है.
बताया जा रहा है कि इस केन्द्र के निर्माण के बाद पूरे राज्य के सरकारी स्कूलों की पल-पल की गतिविधियां पर सरकार नजर रहेगी, विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति कितनी रही, कितने शिक्षक उपस्थित हुए, किस शिक्षक ने किस किस वर्ग में बच्चों की पढ़ाई करवायी, किस किस विषय़ की पढाई की गई, विद्या समीक्षा केंद्र में स्थित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से सरकार को इसकी खबर मिलती रहेगी.
दावा किया जा रहा है कि इसके बाद शिक्षकों के लिए विद्यालयों से अनुपस्थित रहना नामुमकीन हो जायेगा. क्योंकि कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की नजर बच्चों के साथ ही शिक्षकों की हर गतिविधि पर बनी रहेगी.
जेसीईआरटी में स्थापित होगा स्टूडियो
इसके साथ ही सरकार की कोशिश झारखंड शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) में एक स्टूडियो की स्थापना कर डिजिटल शैक्षणिक सामग्री तैयार करने की है. इस डिजिटल शैक्षणिक सामग्री का उपयोग सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास के संचालन में किया जायेगा. इसके लिए भी झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने टेंडर की प्रक्रिया शुरु कर दी है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बजट को दी स्वीकृति
यहां बता दें कि झारखंड सरकार को इसके लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से पांच करोड़ की राशि प्रदान की गयी है. इस केंद्र में आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा कॉल मैनेजमेंट सॉल्यूशन, एसएमएस गेटवे, डैश बोर्ड, मोबाइल ऐप आदि के लिए 4.15 करोड़ और अन्य ऑपरेशनल खर्च के लिए 85 लाख रुपये की स्वीकृति पिछले वर्ष ही कर दी गयी थी.
पीएम मोदी भी हैं इस मॉडल के कायल
दरअसल गुजरात के गांधीनगर में सबसे पहले यह प्रयोग किया गया था, इस केन्द्र के माध्यम से वहां छात्रों और शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति पर नजर रखी जाती थी, जिसकी सराहना पीएम मोदी ने भी की थी. साथ ही उनके द्वारा दूसरे राज्यों को इससे प्रेरणा लेने के लिए कहा गया था.