टीएनपी डेस्क (TNP DESK)- भारत जोड़े यात्रा को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने बड़ा दावा किया है, उन्होंने कहा है कि भारत जोड़े यात्रा का दूसरे चरण की शुरुआत गुजरात से शुरु होकर मेधालय तक जायेगी, दावा किया जा रहा है कि सितम्बर माह से इस यात्रा की शुरुआत हो जायेगी.
यहां ध्यान रहे कि गुजरात कांग्रेस की ओर से लम्बे अर्से से भारत जोड़े यात्रा का दूसरे चरण की शुरुआत गुजरात से किये जाने की मांग की जा रही थी. उनका तर्क था कि पहले चरण में दक्षिण के कन्याकुमारी से लेकर उत्तर में कश्मीर तक की यात्रा की गयी थी, अब दूसरे चरण में पूर्वोत्तर के राज्यों को शामिल किया जाना चाहिए और इसकी शुरुआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लौह पुरुष सरदार पटेल की जन्म भूमि से होनी चाहिए, और अब इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस बात का दावा कर दिया है कि गुजरात से इस यात्रा की शुरुआत होगी.
हिन्दुस्तान के दिल को समझने की कोशिश
हालांकि यात्रा को लेकर कोई निश्चित तिथि की घोषणा नहीं की गयी है, लेकिन इतना तय है कि अपने पहले चरण की तरह ही दूसरी यात्रा में भी राहुल गांधी आम लोगों से मुखातिब होकर उनके दुख-दर्द को समझने की कोशिश करेंगे, जिस तरह राहुल गांधी आजकल मोहब्बत की दुकान चलाने की बात कर रहे हैं, साफ है कि उनका जोर समाज के हर तबके को एक साथ लाने पर होगा, कांग्रेस का दावा है कि नौ वर्षो की मोदी सरकार में हिन्दुस्तानी समाज टुकड़ों टुकड़ों में विभक्त हुआ है, सामाजिक समूहों के बीच दूरियां बढ़ी है. लोग अब इस विद्वेष और ईष्या की राजनीति से उब चुके हैं, पूरा देश एक विकल्प की तलाश कर रहा है.
मणिपुर हिंसा के बाद मेधालय की यात्रा महत्वपूर्ण
मेधालय की यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि क्योंकि पूर्वोत्तर का एक राज्य मणिपुर आज नस्लीय हिंसा की चपेट में जल रहा है. हालांकि अभी यह तय नहीं कि इस यात्रा के रुट में मणिपुर का नाम शामिल है या नहीं, हालांकि उत्तर के राज्यों का दौरा करने के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस की नजर अब पूर्वोत्तर के राज्यों पर लगी हुई है.
भारत जोड़ो यात्रा से बदल चुका है राहुल गांधी का व्यक्तित्व
यहां बता दें कि भारत जोड़े यात्रा के पहले चरण के बाद राहुल गांधी के व्यक्तिव में बड़ा बदलाव आया है, पूरे देश में अब राहुल गांधी को बेहद गंभीरता से सुने जाने लगे हैं, खासकर विपक्ष की निगाहें उन पर टिकी हुई है, माना जा रहा है कि पहले चरण के विपरीत इस बार की यात्रा में राहुल गांधी के साथ विपक्षी नेताओं का एक बड़ा समूह भी निकलेगा, क्योंकि अब यह यात्रा सिर्फ कांग्रेस की नहीं होकर विपक्षी दलों का महागठबंधन इंडिया का भी होगा, विपक्षी दलों की भागीदारी भी इसमें होगी.