Ranchi-रांची सहित राज्य के 19 जिलों में कल से उत्पाद अधिकारियों की देख-रेख में शराब की बिक्री की जायेगी, तमाम कोशिशों के बाद भी झारखंड राज्य बिवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड को 19 जिलों के लिए मानव संसाधन उपलब्ध करवाने को कोई भी प्लेसमेंट एजेंसी तैयार नहीं हुई. राज्य के 24 जिलों से मात्र गिरिडीह, देवघर, पलामू,गढ़वा और लातेहार जिलों के लिए ही प्लेसमेंट एजेंसियों के द्वारा रुचि दिखलाई गयी है.
इन जिलों में उत्पाद विभाग के अधिकारियों की देख रेख में बेची जायेगी शराब
जिसके कारण जेएसबीसीएल को रांची, पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा, हजारीबाग, रामगढ़, सरायकेला-खरसांवा, कोडरमा, दुमका, पाकुड़, जामताड़ा, साहिबगंज, गोड्डा, गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा, खूंटी और चतरा जिले में खुद ही मोर्चा संभालना पड़ा और शराब की बिक्री के लिए अपने अधिकारियों की टीम को उतारना पड़ा. अब इन जिलों में पुराने दैनिक मानदेय वाले सेल्समैनों की मदद से उत्पाद विभाग के अधिकारियों की देखरेख में शराब की बिक्री करने का निर्णय लिया गया है.
ईमानदारी का शपथपत्र
प्लेसमेंट एजेंसियों के द्वारा रुचि नहीं दिखलाने पर विभाग की ओर से पुराने सेल्समैनों से सम्पर्क तो जरुर साधा जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही उनसे इस बात का शपथपत्र भी लिया जा रहा है कि शराब की बिक्री में उनके द्वारा कोई घपला नहीं किया जाएगा, और किसी प्रकार के घपले पर प्राथमिकी दर्ज किये जाने के लिए तैयार भी रहना होगा. दरअसल पिछले दिनों एमआरपी से ज्यादा मूल्य लिये जाने, मिलावटी शराब की बिक्री किये जाने की कई शिकायतें आयी थी, जिसके बाद विभाग की ओर से ईमानदारी का शपथपत्र लेने का निर्णय लिया गया है. अब देखना यह होगा कि इस शपथ पत्र के बाद भी क्या राज्य के शराब प्रेमियों को उचित कीमत पर विशुद्ध शराब मिल पायेगी या मिलावटी शराब का यह सिलसिला चलता रहेगा.