रांची(RANCHI): लोकसभा चुनाव के साथ ही सूबे का राजनीतिक पार चढ़ा हुआ है. नेताओं के सियासी वाण सुर्खियां बटोर रहे हैं. अब इसी कड़ी में झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह दावा किया है कि तीन चरणों के मतदान में पूरे देश से भाजपा का सफाया हो चुका है, अब झारखंड भी उसी राह पर चलने वाला है. झारखंड से भी भाजपा का सफाया तय है.
तीसरे चरण के मतदान के बाद पीएम मोदी की बेचैनी देखने लाइक है
सुप्रियो ने दावा किया कि दूसरे चरण के मतदान के बाद से ही पीएम मोदी में बेचैनी देखी जा रही थी, लेकिन तीसरे चरण का बाद प्रधानमंत्री अपना धैर्य खोते नजर आने लगे हैं. उन्हे इस बात का एहसास हो गया कि भाजपा की सियासी जमीन खिसक चुकी है, और झारखंड में भी भाजपा का यही हाल होने वाला है. सिंहभूम और बसिया में इंडिया गठबंधन की रैली में उमड़ा जनसैलाब यह बताने के लिए प्रर्याप्त है कि जनता का मूड क्या है.
प्रधानमंत्री की सभा से भीड़ गायब
यह वही मैदान है जहां चंद दिन पहले प्रधानमंत्री की सभा हुई थी, लेकिन तमाम प्रचार के बावजूद भीड़ गायब रही. लेकिन इंडिया गठबंधन की रैली में एक जनसैलाब उमड़ता दिखा. प्रधानमंत्री की रैली से तीन गुणा अधिक भीड़ जुटी. यह इस बात का संकेत है कि जनता अपना मूड बना चुकी है. प्रधानमंत्री के हिन्दू मुसलमान के एजेंडे में फंसने वाली नहीं है. यही कारण है कि हिन्दू मुसलमान की बात करने वाले अब टोपी पहनाने लगे हैं. हिन्दू मुसलमान की बात करने वाले आखिर सरना धर्म कोड की बात क्यों नहीं करते. आदिवासी समाज यह जानना चाहता कि सरना धर्म कोड कब लागू होगा? आदिवासी समाज की चिरपरिचित मांग कब पूरी होगी?
दलित-पिछड़ों का आरक्षण की इतनी चिंता तो EWS क्यों लाया
दलित-पिछड़ों का आरक्षण मुसलमानों को देने का भय दिखलाने वाले पीएम मोदी को यह बताना चाहिए कि आर्थिक आधार पर आरक्षण किसने प्रदान किया था? यह किसकी सोच थी. इसे क्यों लाया गया था? क्या इससे दलित-पिछड़ों की हकमारी नहीं हुई. अब झारखंड जनता ने भी ठान लिया है कि इस बार भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलने जा रही. भाजपा का पत्ता साफ होना दीवार पर लिखी हुई इबारत है. पीएम मोदी को भी इसे पढ़ लेना चाहिए.
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