रांची (TNP Desk) : झारखंड को अगर घोटालों का राज्य कहा जाए तो कोई अतिशियोक्ति नहीं होगी. यहां एक से बढ़कर एक घोटाला हुआ है. हर घोटाले में सीएम, मंत्री, विधायक, नेता, अधिकारी फंसते हुए नजर आए हैं. जब से ये राज्य बिहार से अलग हुआ है तब से लेकर अबतक अगर इतिहास के पन्नों को पलटेंगे तो ना जानें कितने घोटाले हुए हैं. प्रदेश में कोयला घोटाला से लेकर जमीन घोटाले की खबरें आपने सुना ही होगा, लेकिन अब नौकरी में बड़ा घोटाला हुआ है. राज्य के युवाओं ने कभी सपना में भी नहीं सोचा था कि नौकरी में भी घोटाला हो जाएगा. इस घोटाले के बाद युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है. वहीं इसकी आंच पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पर आ गई है. देखना होगा कि जेएसएससी सीजीएल परीक्षा पेपर लीक की जांच कर रही ईडी के रडार पर कितने लोग आएंगे.
हेमंत सोरेन की बढ़ने वाली है मुश्किलें
कथित जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार हेमंत सोरेन की एक मुश्किलें कम नहीं हुई दूसरी सामने आ गई. केंद्रीय जांच एजेंसी अभी तक जमीन घोटाले मामले की जांच कर रही थी लेकिन अब जेएसएससी सीजीएल परीक्षा पेपर लीक की जांच भी ईडी ने करना शुरू कर दिया है. इस मामले पर जांच एजेंसी ने बड़ा खुलासा कर दिया, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था कि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री का भी नाम आ सकता है. दरअसल, पिछले महीने जनवरी में हुए जेएसएससी सीजीएल परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए कोर्ट में हेमंत सोरेन और आर्किटेक्ट विनोद सिंह के बीच 539 पेज के वॉट्सएप चैट होने का दावा किया है. इसके कुछ पेज कोर्ट में भी पेश किए. यह चैट ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर लेन-देन से संबंधित है. कई गोपनीय सूचनाएं भी हैं. ईडी ने अपने रिमांड पिटीशन में कहा है कि जिस मोबाइल से विनोद सिंह और हेमंत के बीच चैटिंग हुई है, वह मोबाइल पेश करने के लिए कहा था, लेकिन पूर्व सीएम ने वह मोबाइल ईडी को नहीं दिया.
हेमंत सोरेन से पूछताछ शुरू
मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसी ने हेमंत सोरेन से पूछताछ करनी शुरू कर दी है. पूर्व सीएम अभी पांच दिनों की रिमांड पर है. इससे पहले भी ईडी को पांच दिनों का रिमांड मिला था. बता दें कि जब ईडी ने हेमंत सोरेन को कोर्ट में पेश किया उसी दौरान ईडी के अधिकारियों ने अदालत में हेमंत के करीबी विनोद सिंह के 539 पेज के वॉट्सएप चैट पेश किया. जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई. देखना होगा कि पेपर लीक की जांच कर रही ईडी अब नया क्या खुलासा करने वाली है.
मनी लांउड्रिंग के तहत इन मामलों की भी जांच कर रही है ईडी
बीते कुछ सालों से ईडी ने कई घोटालों का उजागर किया है. जिससे राज्य में हड़कंप मचा हुआ है. अभी तक विभिन्न घोटालों की जांच में कई लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जो वर्तमान में जेल में है. वहीं कुछ लोग जमानत पर हैं. हेमंत सरकार के कार्यकाल के दौरान ईडी ने शराब घोटाले में योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार किया था. इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने मनरेगा घोटाला का खुलासा किया. जिसमें निलंबित आईएएस पूजा सिंघल, सीए सुमन कुमार को अरेस्ट किया. इसके बाद जांच एजेंसी ने निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा को अपने गिरफ्त में लिया. फिलहाल अभिषेक झा और सुमन कुमार जमानत पर हैं. पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद जब ईडी ने पूछताछ शुरू की तो पता चला कि राज्य में बड़े पैमाने पर अवैध खनन भी हुआ है. जांच के दौरान कई बड़े नामों का खुलासा हुआ. इसके बाद ईडी ने कई लोगों को गिरफ्तार किया. जिसमें पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, नेताओं व नौकरशाहों का करीबी प्रेम प्रकाश, दाहू यादव, दाहू यादव के पिता पशुपति यादव, हेमंत के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, पंकज मिश्रा का खास सहयोगी कृष्णा कुमार साहा, भगवान भगत, टिंकल भगत व राहुल यादव है, इनमें से कई जमानत पर हैं. इन सभी घोटालों की जांच ईडी मनी लांउड्रिंग के तहत कर रही है.