TNP Desk : अभी लोकसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बांकी है. लेकिन इससे पहले पूरे देश में जिस तरह ईडी की कार्रवाई चल रही है उससे सियासी तापमान बढ़ गया है. ऐसा लगता है चुनाव से पहले देश में बड़ा खेला होने वाला है. अभी हाल ही में ईडी ने झारखंड में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार किया था. जिससे राज्य में सियासी उबाल है. इससे पहले बिहार में ईडी ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव से पूछताछ की थी. वहीं बंगाल, यूपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में ईडी के निशाने पर नेता, मंत्री व कई अधिकारी है. अब दिल्ली में ईडी ने आज यानि 6 फरवरी को बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने दिल्ली में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 12 से ज्यादा ठिकानों पर आज सुबह छापा मारा है.
सीएम के सचिव, सांसद एनडी गुप्ता सहित 12 नेताओं के ठिकानों पर छापा
मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार और आप के राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता के घर पर और आम आदमी पार्टी से जुड़े अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा है. दिल्ली में करीब 12 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है. वहीं दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व मेंबर शलभ के यहां भी ईडी ने रेड मारी है.
दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं की जांच
कहा जा रहा है कि दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं की जांच केंद्रीय एजेंसी कर रही है. सीबीआई और दिल्ली सरकार की एसीबी की एफआईआर के आधार पर ईडी कार्रवाई कर रही है. सीबीआई ने एफआईआर में कहा है कि दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने इलेक्ट्रोमैग्नेटिक मीटरों की आपूर्ति, लगाने, टेस्टिंग और कमीशनिंग के लिए टेंडर देते समय एक कंपनी को लाभ पहुंचाया. सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक दिल्ली जल बोर्ड के तत्कालीन चीफ इंजीनियर जगदीश कुमार अरोड़ा ने मेसर्स एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमि. को 38 करोड़ का टेंडर दिया था, जबकि कंपनी जरूरी मानदंडों पर खरी नहीं उतरती थी. हाल ही में ईडी ने पीएमएलए के तहत 31 जनवरी को जगदीश अरोड़ा और अनिल कुमार अग्रवाल को अरेस्ट किया है.
क्या सीएम केजरीवाल की जाएगी कुर्सी ?
अब सवाल उठता है कि दिल्ली में जिस तरह से ईडी की कार्रवाई चल रही है उससे क्या मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कुर्सी चली जाएगी. क्योंकि दिल्ली में ईडी की कार्रवाई पिछले दो साल से जिस तरह से चल रही है उससे ऐसा लगता है कि जल्द ही ईडी के लपेटे में अरविंद केजरीवाल भी आ जाएंगे. शराब नीति घोटाले की जांच कर ईडी ने अभी तक आम आदमी पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन, मंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है. ये सभी अभी जेल में बंद हैं.
5 समन के बाद भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए केजरीवाल
शराब नीति घोटाले की जांच कर रही ईडी ने अभी तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए 5 बार समन भेज चुकी है, लेकिन वे अभी तक एक बार भी उपस्थित नहीं हुए. ईडी ने 2 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे. इससे पहले 17 जनवरी, 3 जनवरी, 21 दिसंबर और 2 नवंबर को ईडी ने समन भेजा था लेकिन अरविंद केजरीवाल एक बार भी ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे.
क्या है शराब नीति घोटाला
शराब नीति घोटाला दिल्ली सरकार द्वारा 2021 में लागू की गई नई आबकारी नीति से संबंधित है. इस नीति के तहत दिल्ली सरकार ने शराब की बिक्री का ठेका निजी कंपनियों को दे दिया था. आरोप है कि इस नीति में कई अनियमितताएं की गईं और शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया. इस घोटाले की जांच सीबीआई और ईडी कर रही है. सीबीआई ने इस मामले में मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, दिनेश अरोड़ा, विजय नायर, समीर महेंद्रू और अभिषेक बोइनपल्ली सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया है.