टीएनपी डेस्क(TNP DESK):हमारे जीवन में ज्योतिष शास्त्र का काफी महत्व माना जाता है क्योंकि जब आपके ग्रह और नक्षत्र आपके खिलाफ होते हैं तो फिर आपके जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं होता है. वहीं जब ग्रह नक्षत्र आपके साथ होते हैं तो फिर आपके ऊपर भगवान की विशेष कृपा रहती है और आप कोई भी जंग जीत जाते हैं. इसी तरह आपके जीवन में यदि शुक्र और गुरु का प्रभाव अशुभ है तो फिर आप हमेशा आर्थिक परेशानियों से घिरे होते है, और आपके पास धन की कमी हो जाती है. जिसकी वजह से आपको कंगाली छा जाती है.
शुक्र और गुरु की वजह से होती है आर्थिक परेशानी
आपको बताये कि जिनके जीवन में शुक्र और गुरु की कृपा बरसती है उसके जीवन में धन की कभी भी कमी नहीं होती है. ऐसे व्यक्ति के घर में माता लक्ष्मी हमेशा निवास करती है, जिसका वज़ह से धन की कोई कमी नहीं होती है. यदि आप भी धन की कमी से परेशान हैं यदि आपके जीवन में भी अर्थिक परेशानी है,तो आपको आज हम काली हल्दी से जुड़ें कुछ उपाय बताएंगे जिससे आपकी किस्मत फिर से चमक उठेगी.
इस उपाय से होता है धनलाभ
ज्योतिष शास्त्र की माने तो काली हल्दी आपके जीवन से अर्थिक परेशानी को दूर कर सकती है इसके लिए एक पीले रंग के कपड़े में काली हल्दी के 7 गांठ बांध लें, और पूजा वाले स्थान पर रख देना है और इसके बाद भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के मंत्रों का उचारण करके हल्दी की पूजा करनी है.वहीं अगले दिन उस स्थान से उठाकर हल्दी को गले या तिजोरी में रखना है.ऐसा करने से धनलाभ होता है.
बिजनेस में लगातार घाटा हो रहा है, तो अपनायें ये उपाय
वहीं यदि आप एक बिजनेसमैन हैं और आपके बिजनेस में लगातार घाटा हो रहा है और उन्नति आपको नहीं मिल रही है तो इसके लिए आप गुरुवार के दिन एक की पिला कपड़ा लेकर उसमे 11 काली हल्दी,11 गोमती चक्र 11 पीली कौड़िया और चांदी का सिक्का बांधकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के सामने रखें और ओम नमः भगवते वासुदेव मंत्र का जाप करें. पूजा करने के बाद इसको व्यापार वाले गले में रख दें.इससे लाभ होता है.
इस उपाय से होती है बरक्कत
वहीं आपके घर में यदि बरक्कत नहीं हो रही है, तो गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र पड़ने पर आप लाल कपड़े में लाल रंग का सिन्दूर और सिक्के के साथ काली हल्दी बांधकर तिजीरो में रख दें, इससे आपके घर में बरक्कत होगी.
आर्थिक परेशानी होती दूर
वहीं यदि आप लंबे समय से आर्थिक परेशानी से हो रही है, तो इसके लिए बुधवार को काली हल्दी और केसर को पीसकर उसमें गंगाजल मिलाकर एक पेस्ट बना लें, और लक्ष्मी नारायण के नाम का स्मरण करते हुए तिजोरी में स्वास्तिक बनायें.