टीएनपी डेस्क(TNP DESK): वैसे तो हमारे देश में सभी देवी-देवताओं के कई मंदिर मौजूद हैं. जिनके अलग-अलग मान्यताएं और रोचक कहानी है. आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी है, इस मौके पर हम आपको मथुरा स्थित वृंदावन धाम के बांके बिहारी मंदिर के बारे में कुछ रोचक कथा और उस मंदिर के बारे में वो बात बताने जा रहे हैं, जो शायद ही किसी को पता हो.
वृंदावन के सबसे प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में क्यों हर 2 मिनट में डाला जाता है पर्दा
आपको बता दे की मथुरा में ही भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. जहां भगवान श्री कृष्ण ने अपनी सारी बाल लीलाएं रचाई. वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर का अपना ही एक अलग महत्व है. वैसे तो देश में श्री कृष्ण भगवान के कई मंदिर है, लेकिन बांके बिहारी मंदिर की मान्यताएं कुछ अलग है, क्योंकि यहां स्वयं श्री कृष्णा विराजते हैं. आज भी जीवंत रूप में उन्हें लोग महसूस कर सकते हैं. वही बांके बिहारी मंदिर की एक पुरानी प्रथा है. जिसके अनुसार हर 2 मिनट में भगवान के प्रतिमा के आगे पर्दा लगा दिया जाता है. ये पर्दा क्यों लगाया जाता है, और कब से लगाया जाता है .आज हम आपको इसके पीछे की पूरी कहानी बताने जा रहे हैं.
जानें क्या हुआ जब एक वृद्ध महिला ने भगवान को एकटक देखा
भगवान अपने भक्त के वश में होते है. यदि भक्त चाहे तो भगवान को भगवान को कुछ भी करने पर मजबूर कर सकता है. इसी से जुड़ी हमें कथा सुनाने जा रहे हैं. जिसके अनुसार बांके बिहारी मंदिर में एक बार एक वृद्ध विधवा महिला भगवान के दर्शन करने आई, जो निसंतान थी. जब उसने कृष्ण को देखा तो, वो कृष्ण की प्रतिमा को एक टक निहारती रह गई, और भगवान श्री कृष्णा में अपने बेटे का स्वरूप देखा. वो श्री कृष्ण को अपना बेटा मान बैठी, और एकटक निहारत रही. जब श्री कृष्ण ने उस वृद्ध महिला के भाव को देखा, तो स्वंय को नहीं रोक पाए और उसे महिला के साथ ही उसके घर चले गए.
ऐसे भक्त के घर पहुंचे भगवान
सुबह जब भगवान श्री कृष्ण के मंदिर के पट खोले गए, तो भगवान श्री कृष्णा वहां से गायब थे. तभी पुजारियों ने उनकी खोज करनी शुरू कर दी. खोजते-खोजते पुजारी उस वृद्ध महिला के घर पहुंचे. जहां श्री कृष्ण जी विराजे थे. वहां जाकर पुजारियों विनती की कि प्रभु मंदिर में आपके भक्त इंतजार कर रहे हैं, आप वहां स्वयं चलिए. जिसके बाद भगवान श्री कृष्णा पुजारियों के साथ फिर से मंदिर में विराजे. तब से ये प्रथा शुरू हुई, कि हर 2 मिनट में भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा के आगे पर्दा लगा दिया जाता है, ताकि कोई भी भक्त उन्हें एक ट्क 2 मिनट से ज्यादा नहीं देख पाए, क्योंकि भगवान जब देखते हैं कि कोई उन्हें इतना प्रेम करता है. तो स्वयं को नहीं रोक पाते और उस भक्त के साथ ही उसके साथ चले जाते हैं. तब से लेकर आज तक बांके बिहारी मंदिर में पर्दा की प्रथा शुरू की गई.