टीएनपी डेस्क(TNP DESK):भगवान श्री कृष्ण जी के जन्म के अवसर पर हर साल जन्माष्टमी मनाया जाता है. इस साल 6 और 7 सितंबर को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. भगवान कृष्ण का प्राकट्य भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण के अलग-अलग स्वरूपों की स्थापना की जाती है, और भक्त अपने-अपने भाव से भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना करते हैं.
यदि आप भी आर्थिक तंगी से है परेशान
वहीं दिनभर उपवास रहने के बाद रात के 12 बजे भगवान श्री कृ.ष्ण के जन्म होने के बाद कुछ भी जल या फल ग्रहण करते हैं आपको बता दें कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर यदि आप इस दिन श्री कृष्ण के इस स्वरुप की ये मूर्ति घर लाते हैं, तो धन-दौलत का आपके घर में अंबार लग जाता है.
कामधेनु स्वरूप-आपको बताये कि भगवान श्री कृष्णा का बचपन बहुत ही नटखट भर रहा है. कोई भी मां अपने बच्चों को श्री कृष्ण के बाल स्वरूप के रूप में ही देखती हैं. वही कोई लड्डू गोपाल के रूप में तो कोई शालिग्राम के रूप में भगवान श्री कृष्ण को पूजता है. आज हम आपको बताएंगे कि यदि आप श्री कृष्ण के कामधेनु और कृष्ण के स्वरूप घर लेकर आते हैं तो आपके घर में आर्थिक तंगी खत्म हो जाती है.
भागवत गीता स्वरूप-यदि आप अपने लाइफ में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, और कुछ उपलब्धियां हासिल करना चाहते हैं और तो श्री कृष्ण के भागवत गीता स्वरूप की पूजा करें. इससे आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे.
लड्डू गोपाल स्वरूप-यदि आप संतान से जुड़ी कोई समस्या से परेशान है, तो जन्माष्टमी पर कृष्ण के लड्डू गोपाल स्वरूप की प्रतिमा को स्थापित कर पूजा करें. उनकी पूजा- अर्चना से आपको भी संतान की प्राप्ति होगी.
गिरिराज स्वरूप-समस्या का हल नहीं मिल पा रहा है और तो जन्माष्टमी पर विशेष के गिरिराज स्वरूप की वंदना करें आपकी हर मुश्किल आसान हो जाएंगे.
द्वारका स्वरूप-यदि आपको किसी भी काम में कोई सफलता नहीं मिल रही है, और नौकरी से जुड़ी समस्या से परेसान है, और दांपत्य जीवन में सुख चाहिए, तो जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण के द्वारका स्वरूप की पूजा करें. इससे दांपत्य जीवन सुखी होता है.
मृदंग स्वरूप-यदि आप किसी प्रतियोगिता में सफलता पाना चाहते हैं तो श्री कृष्ण की कालिया नाग पर मृदंग करते हुए स्वरूप की तस्वीर लाएं और पूजा अर्चना करें उसको चेंज करना पड़ेगा
ग्वाल स्वरूप-वहीं यदि आपके घर पारिवारिक कलह और रिश्ते नातों की कलह से परेशान है, तो जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण के ग्वाल स्वरूप की पूजा करें.