टीएनपी डेस्क(TNP DESK):शनिदेव को सबसे क्रोधी देवताओं में एक कहा जाता है ऐसा माना जाता है कि एक बार यदि शनिदेव किसी पर क्रोधित हो गए तो उनकी साढ़ेसाती आपके जीवन को बर्बाद कर देती है, जब किसी मनुष्य के ऊपर साढ़ेसाती का प्रभाव पड़ता है तो फिर साढ़ें सात सालों तक व्यक्ति परेशान रहता है, उसके जीवन में बहुत सारी परेशानियों आती हैं, जिससे वह निकल नहीं पता और जुझता रहता है.
भगवान शंकर की आराधना कर भगवान शनि के प्रकोप से बच सकते हैं
कहा जाता है कि शनिदेव जब कोई व्यक्ति किसी असहाय या गरीब पर जुल्म करता है, या अन्याय करता है, तो शनिदेव क्रोधित हो जाते हैं, और फिर दंडस्वरुप दोषी व्यक्ति को अपने तरीके से सजा देते है.शनिदेव के प्रभाव से लोगों का जीवन कष्ट से भर जाता है.वहीं शनिदेव की साढ़ेंसाती से बचने के लिए लोग बहुत सारे उपाय करते है,बहुत सारी चीजें शामिल है. वही आज हम आपको कुछ ऐसे आसान उपाय बताने जा रहे है, जिससे आप शनि ग्रह से बच सकते है. इस आर्टिकल में आज हम आपको भगवान शंकर से जुड़ी ऐसी उपायों को बताएंगे जिससे आप भगवान शंकर की आराधना कर भगवान शनि के प्रकोप से बच सकते हैं.
सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की आराधना करें
शनि की महादशा से बहुत से लोग परेशान रहते हैं,और इससे बचने के लिए कई तरह के उपाय भी करते है, यदि आप भी शनि ग्रह से परेशान है, तो सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ की आराधना करें, इससे आपका जीवन खुशहाल हो जायेगा. सोमवार के दिन आपको शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए, ऐसा करने से आपके जीवन से साढ़ेसाती का प्रकोप कम हो जायेगा.
भगवान शंकर को खीर प्रसाद का प्रसाद चढ़ाये और उस भोग लगे खीर को गरीबों में बांट दें
वहीं सोमवार के दिन भगवान शंकर को खीर प्रसाद का प्रसाद चढ़ाये और उस भोग लगे खीर को गरीबों में बांट दें, इससे भी शनिदेव प्रसन्न हो जाते है, और आपको खुशहाल जीवन का आर्शीवाद देते है.
108 बार महामृत्यंजय मंत्र का जाप करें
वहीं सोमवार के दिन गंगाजल में काला तिल और शक्कर मिलाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करें,वहीं सोमवार के दिन शिवलिंग पर शमी का पत्ता चढ़ाकर 108 बार महामृत्यंजय मंत्र का जाप करें इससे आपके जीवन से साढ़ेसाती का प्रकोप कम होता है.