टीएनपी डेस्क(TNP DESK): जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाए जाने के बाद से स्थिति इतनी तेजी से अनुकूल हुई है कि आज यहां देखा जा रहा है कि विदेशी सैलानियों की भी भीड़ बढ़ती जा रही है. खूबसूरत और दिलकश वादियों वाले इस घाटी क्षेत्र में विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में आ रहे हैं. जी-20 की बैठक ने यह पूरी दुनिया को संदेश दिया है कि कश्मीर अब तेजी से बदल रहा है.यहां किसी प्रकार की समस्या नहीं है.जी-20 की बैठक में भाग लेने के लिए सदस्य देश में से 17 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. 22 से 24 मई तक पर्यटन समूह की बैठक में आने वाले विदेशी मेहमानों का भव्य स्वागत किया गया. 3 देशों के प्रतिनिधि इसमें हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
कश्मीर की खूबसूरत वादियों में विदेशी मेहमानों को बड़ा ही आनंद आ रहा है. 24 मई तक यहां पर बैठक होगी इस दौरान यहां की संस्कृति को देखने का भी मौका इन विदेशी मेहमानों को मिल रहा है. इन लोगों ने डल झील का भी शिकारा से सैर किया. बताया जा रहा है कि लगभग 60 वर्ष के बाद कश्मीर में एक बड़ा आयोजन हो रहा है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर का है. उल्लेखनीय है कि 2019 के अगस्त महीने में भारत सरकार ने कश्मीर से धारा 370 और 35 ए के प्रावधान को खत्म कर दिया उसके बाद से यहां की स्थिति बदली हुई है. अब कश्मीर भारत संघ का एक सामान्य सा राज्य है जैसा कि बिहार और झारखंड है.
अब जानिए पड़ोसी देश पाकिस्तान का इस आयोजन के संबंध में रुख़
पाकिस्तान कश्मीर में जी-20 की बैठक को लेकर बिलबिलाता दिखा. उसने इस बैठक का विरोध किया. लेकिन इसका कोई फर्क नहीं पड़ा. हां यह जरूर है कि चीन तुर्की और सऊदी अरब ने इसमें शामिल होने से मना कर दिया. मिस्र को भी इस बैठक में अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया था.इसके भी प्रतिनिधि इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि समूह 20 के इस आयोजन से पूरी दुनिया में यह संदेश गया है कि कश्मीर के हालात काफी अच्छे हैं और यहां की संस्कृति के बारे में भी लोगों में चर्चा होगी.समूह 20 के टूरिज्म ग्रुप की बैठक को लेकर कश्मीर में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं. समूह के 17 देशों के प्रतिनिधि को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसका खास ख्याल रखा गया है. विदेशी मेहमानों ने कश्मीर की खूबसूरत वादी और यहां की संस्कृति की काफी तारीफ की.
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