टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की तस्वीर साफ हो गयी है, आदिवासी नेता विष्णुदेव साय पर दांव खेलकर सूबे का सीएम बनाया है. भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने विष्णुदेव साय का नाम प्रस्तावित किया. इसके बाद ही तमाम चर्चाओं पर विराम लग गया. विधायक दल की बैठक में लिए गये इस फैसले में केन्द्रीय मंत्री सर्बानंद सोनेवाल, अर्जुन मुंडा औऱ दुष्यंत कुमार गौतम के अलावा छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर भी मौजूद रहे.
सभी अटकलों पर लगा विराम
तमाम तरह की बाते अभी भी सभी की जुबान पर सामने आ रही है. कोई बता रहा है कि विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम की मुहार दिल्ली में ही लग गई थी. शुरु से किसी आदिवासी चेहरे को मुख्यमंत्री बनने की बात भी बताई जा रही थी. किसी आदिवासी महिला को भी प्रोजेक्ट करने का कयास लगाया जा रहा था. फिलहाल, सभी चर्चाओं को विराम देते हुए विष्णुदेव सोय का नाम पर मुहर लग गयी है
रमन सिंह रेस से हुए बाहर
छत्तीसगढ़ में सीएम की रेस में तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके रमन सिंह, अरुण साव, ओपी चौधरी, रेणुका सिंह और रेणुका चौधरी का नाम शामिल रहा है. अंत में आदिवासी चेहरे को देखते हुए विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ की कमान सौंपी गई. आपको बता दे छत्तीसगढ़ में एग्जिट पोल कांग्रेस की सरकार बनवा रही थी. लेकिन, सारे समीकरणों को धवस्त करते हुए भाजपा ने बहुमत लाते हुए 54 सीट जीती और कांग्रेस को 34 सीट से ही संतुष्ट होना पड़ा.
मालूम हो कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश और राजस्थान में बिना किसी सीएम चेहरे को आगे रखते हुए चुनाव लड़ा था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर तीनों जगह चुनाव लड़ा और भाजपा ने जीत दर्ज की
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