टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अडाणी समूह को लेकर हिंडनवर्ग की रिपोर्ट आने के बाद जहां अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट जारी है, बीते सात दिनों में ही इस समूह को करीबन 10 लाख करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है, वहीं संसद का बजट सत्र में भी इसको लेकर हंगामा मचा हुआ है. कांग्रेस सहित दूसरे सभी विपक्षी दल सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी या जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) से इस मामले की जांच करवाने की मांग कर रहे हैं.
विपक्षी दलों द्वारा भारी हंगामें के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी है. अब कांग्रेस सहित दूसरे दल 6 फरवरी को एलआईसी और एसबीआई के कार्यालयों के सामने प्रदर्शन करेगी.
अडाणी ग्रुप में एलआईसी और एसबीआई के निवेश को मुद्दा बनायेगी विपक्ष
यहां बता दें कि अडाणी ग्रुप में एलआईसी और एसबीआई का भी निवेश है, अडाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट के कारण एलआईसी और एसबीआई के शेयरों में भी गिरवाट देखी जा रही है. विपक्ष एलआईसी और एसबीआई के शेयरों में गिरावट का ठिकरा सरकार के माथे फोड़ना चाहता हैं, विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने अपने व्यवसायी मित्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए इन कंपनियों का पैसा अडाणी ग्रुप में लगाया, यह सीधा सीधा अडाणी ग्रुप के लाभ पहुंचाने की कोशिश की थी.
अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में भारी गिरावट
इस बीच आज भी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में गिरावट का दौर जारी रहा, आज भी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 35 फीसदी की गिरावट देखी गई है, एक शेयर की कीमत एक हजार रुपये तक पहुंच गया. अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस ने भी अडाणी एंटरप्राइजेज को सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से बाहर किया. यहां बता दें कि रिपोर्ट आने के पहले तक एक शेयर का भाव करीबन 3500 रुपये का था, इस प्रकार कंपनी का शेयर बीते 9 दिनों में सत्तर फीसदी गिर गया. इस बीच अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस ने भी अडाणी एंटरप्राइजेज को सस्टेनबिलिटी इंडेक्स से बाहर कर दिया है. यह भी कंपनी के बड़ा आधात है.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
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