टीएनपी डेस्क(TNP DESK): तुर्किए और सीरिया में एनडीआरएफ की टीम ने जिस प्रकार से है राहत और बचाव कार्य में हिस्सा लिया उससे पूरे विश्व में भारत की एक अलग छवि बनी है. टीम के सदस्यों ने पूरे 10 दिन तुर्किए में राहत और बचाव का काम किया. एनडीआरएफ की टीम वापस भारत आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम के सदस्यों से आवास पर मुलाकात की. उन्होंने कहा कि दूसरों की सहायता करना हमारी संस्कृति की पहचान रही है. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने तुर्किए गये टीम सदस्यों से उनके अनुभव जाने.
मोदी ने कहा हम पूरे विश्व को अपना परिवार मानते हैं
मालूम हो कि 6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में 7.8 रिक्टर स्केल का भूकंप आया था जिसमें 4000 से अधिक लोगों की मौत हो गई. भारत ने तुरंत मानवीय सहायता के तहत एनडीआरएफ की 151 लोगों की टीम इस्तांबुल भेजा था. इस टीम में डॉग स्क्वाड भी था. दो खोजी कुत्ते भी एनडीआरएफ टीम के साथ गए थे. टीम के सदस्यों ने भूकंप की त्रासदी से ढह गए भवनों के मलबे से कई लोगों को निकाला. मालूम हो कि राहत सामग्री के अलावा भारत ने मेडिकल टीम भी भेजी थी. टीम के सदस्यों ने 10 दिनों तक भूकंपग्रस्त क्षेत्र में जब भारतीय तिरंगा उल्टा दिख रहा था तो तुर्किए के लोगों ने उसे सीधा करने को कहा और भारत के सहयोग के प्रति आभार जताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने तुरंत ही जरूरतों का एसेसमेंट करके राहत और बचाव कार्य के लिए भारत से एनडीआरएफ की टीम 2 खेप में भेजने का निर्णय लिया. मोदी ने यह भी कहा कि हम पूरे विश्व को अपना परिवार मानते हैं.
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