देवघर (DEOGHAR):- फलों के राजा आम का रसीला स्वाद मई-जून के महीने में भला कौन नहीं लेना चाहता है । रसीले और जाएकेदार के साथ बेहतर सेहत का ख्याल रखने वाला आम फलों का राजा कहलाता है।इस बार आम के पेड़ में लगे फल को देखकर किसान बहुत खुश ।लेकिन, बेतहाशा गर्मी की वजह से अब यह आम इनके गले की हड्डी बन गई है।जो किसान इस बार बहुत अच्छी कमाई की उम्मीद लागए बैठे थे उनके उम्मीद पर पानी ने पानी फेर दिया।
बारिश नही होने से मायूस किसान
इस साल जितना पानी आम के पेड़ को मिलना चाहिए था , उतना नहीं मिला है । सरस्वती पूजा के पहले आम के पेड़ पर मंजर देख किसान फूले नहीं समा रहे थे।इनकी प्रसन्नता तब दुगुनी हो गयी जब मंजर के अनुरूप पेड़ों पर फल दिखने लगे।इस बार सभी जगह आम का फल बम्पर हुए है।लेकिन इस बम्पर पैदावार पर बारिश ने ग्रहण लगा दिया है।तपिश वाली गर्मी ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। इसके चलते पेड़ सूखने लगे हैं और आम के पैदरवार में फर्क दिखने लगा है । अगर अगले दो-तीन दिन में पानी नहीं बरसता है, तो फिर अप्राकृतिक रुप से आमो को पकाया जाएगा , कर्बाइड के जरिए इसे तैयार करके बेचने को मजबूर होंगे । किसान प्रमोद यादव,लखन, वकील यादव,रूपम कुमार,हरिकिशोर, कृष्ण प्रसाद जैसे सैकड़ों किसान है जो कई एकड़ में आम की खेती करते है।
कार्बाइड वाला आम नुकसानदायक
प्राकृतिक रूप से तैयार फल सेहत के लिए बेहतर माना जाता है और अप्राकृतिक रुप से तैयार फल आपको मौत के मुँह तक ले जा सकता है।कार्बाइड से फल तुरंत पक कर तैयार हो जाता है।इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों को आमंत्रण देना हो सकता है।कृषि वैज्ञानिक राजन कुमार ओझा की माने तो कार्बाइड सेहत के लिए खतरनाक है।इससे शरीर का प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, अधिक सेवन सेवन से कैंसर होने का खतरा रहता है । लगातार सेवनसे लिवर और गुर्दे खराब होंते है। जो जानलेवा बन सकता है ।
अच्छे सेहत के लिए आम फायदेमंद
आम फलों का राजा ऐसे ही नहीं बना है।प्राकृतिक रूप से तैयार आम के सेवन से प्रचुर मात्रा में फाइबर,विटामिन्स, कार्बोहाइड्रेट आपके शरीर को मिलता है। जो आपके स्वस्थ रहने के लिए बेहद जरुरी है । यह कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और इम्युनिटी बढ़ाता है, पाचन क्रिया को मजबूत करता है, त्वचा में निखार लाता है, दिल को सेहतमंद रखता है ।
पिछले 4 साल की बात करें तो पहले दो साल कोरोना ने किसान की कमर तोड़ डाली थी। वही, पिछले साल पैदावार कम हुई थी, लेकिन इस बार बेहतर पैदवार में बारिश ने रोड़ा अटका दिया ।अब किसानों के सामने मुश्किल ये है कि जहर वाला आम बाजार में बेचे या फिर इसी तरह कच्चा आम बेचकर अपनी जेब को राहत पहुचाये।
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा
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