पटना(PATNA): राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ के अभिभाषण के साथ ही बिहार विधानमंडल के बजट सत्र का आज आगाज हो गया. महागठबंधन की सरकार कल बजट सत्र के दूसरे दिन सदन में बजट पेश करेगी. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 की रिपोर्ट को सदन में पेश किया. वित्त मंत्री ने सदन को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार तेजी से विकास कर रहा और विकास इंडेक्स में बिहार राज्यों की सूची के तीसरे नंबर पर है.
आर्थिक विकास के मामले में बिहार पूरे देश में तीसरे स्थान पर
आर्थिक सर्वेक्षण पर बोलते हुए वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि 2021-22 में आर्थिक विकास के मामले में बिहार पूरे देश में तीसरे स्थान पर है, जो दो राज्य आगे हैं उसका अंतर काफी कम है. हमारा प्रदेश सीमित संसाधनों का राज्य है. आंध्र प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन बहुत है, उसके मुकाबले बिहार में संसाधन बहुत कम है. नदियां हैं लेकिन राज्य के लोगों को उसका दंश ही झेलना पड़ता है. बाढ़ का चाह कर भी स्थाई निदान नहीं कर पाते हैं, कभी नेपाल से परेशानी होती है, भले वो बगल में है लेकिन मामला अंतराष्ट्रीय हो जाता है.
स्वास्थ के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई
उन्होंने बताया कि 21-22 में प्रति व्यक्ति आय 6400 बढ़ा है. केंद्र की योजनाओं में पैसे नहीं मिल रहे हैं, हमें अपने संसाधन से योजना पूरा करना पड़ता है. कई योजनाओं में केन्द्रांश घटा दिए हैं और केंद्रांस घटाने के बावजूद भी समय पर पैसे नहीं मिल रहे हैं. बिहार में रोड का घनत्व बढ़ा है. प्रति हजार किलो मीटर वर्ग किमी 3167 है. सरकार काफी रफ्तार से सड़कों का निर्माण करा रही है. स्वास्थ के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. शिक्षा में भी बेहतर सुधार हुआ है. 16 वर्ष में स्वास्थ्य में 11 गुना खर्च में वृद्धि हुई है. शिक्षा में 8 गुना खर्च बढ़ाया गया है. सबको मुख्यधारा में लाया जा रहा है.
शिक्षा के क्षेत्र में बिहार नेअच्छा काम किया
विजय चौधरी ने सदन को याद दिलाया कि जब प्रधानमंत्री आए थे तो उन्होंने भी कहा था कि शिक्षा के क्षेत्र में बिहार नेअच्छा काम किया है. मुख्यमंत्री हमेशा कहते रहते हैं कि महिलाओं को आगे बढ़ाना एवं शिक्षित कराना सौ रोगों की एक दावा है. आंकड़े बताते हैं कि महिलाएं शिक्षित हो जाती हैं तो प्रजन दर कम हो जाता हैं,अधिकांश समस्या जनसंख्या बढ़ने से होती है. जीविका अभियान से महिलाओं का आत्मबल बढ़ा है. जीविका समूह में अमूमन गरीब घर की महिला होती है.
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