समस्तीपुर में VIP शराबियों के लिए बना स्पेशल हाजत, मिलेगी होटलों जैसी सुविधा


समस्तीपुर(SAMASTIPUR): समस्तीपुर में वीआईपी शराबियों के लिए बना वीआईपी हाजत बनाया गया है. इस स्पेशल हाजत में होटलों जैसी सुविधा मिलेगी. सोने के लिए एसी कमरा बनाया गया है. अगर आप वीआईपी हैं यानी अधिकारी, जनप्रतिनिधि हैं और आप शराब के नशे में उत्पाद विभाग के हत्थे चढ़े हैं तो घबराने की कोई बात नहीं. उत्पाद विभाग आपको 24 घंटे तक होटलों जैसा सुख सुविधा प्रदान करेगी. उत्पाद विभाग के थाना हाजत में वीआईपी हाजत बनाया गया है जहां होटलों जैसा एसी युक्त कमरा है. जिसमें दो सुंदर पलंग लगाए गए हैं. साथ ही बैठने के लिए सोफा की भी व्यवस्था की गई है. नए वीआईपी हाजत का उद्घाटन शनिवार को उत्पाद अधीक्षक एसके चौधरी ने किया.
उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि वीआईपी व्यक्तियों को 24 घंटा रखने के लिए वीआईपी हाजत का निर्माण कराया है. उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था मुख्यालय के आदेश पर किया गया है. इसमें सरकारी कर्मी, जनप्रतिनिधि सहित समाज के वैसे संभ्रांत व्यक्ति जो शराब पीते पकड़े जाते हैं तो उन्हें रखने के लिए वीआईपी हाजत का निर्माण किया गया है. जिसमें दो बेड, सोफा, टेबल आदि की व्यवस्था की गई है. साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए वीआईपी हाजत के गेट पर एक प्रशिक्षित श्वान रखा गया है. श्वान को रखने के लिए भी कॉटेज का निर्माण गेट के पास ही किया गया है.
पियक्कड़ों के घर पर मैं शराबी हूं का लगेगा पोस्टर
उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि समस्तीपुर में शीघ्र ही पियक्कड़ों के घर पर एक पोस्टर चिपकाए जाएगा. जिसमें मैं पियक्कड़ हूं लिखा रहेगा. साथ ही पीने वाले व्यक्ति का पूरा विवरण भी उस पोस्टर में अंकित रहेगा ताकि समाज के लोग यह जान सके यह शराबी है और समाज में उसे इज्जत नहीं मिल सके. इससे दूसरे लोग शराब पीने से बचेंगे.
ड्रोन कैमरे के अलावा डॉग स्क्वायड व मोटर बोट का भी लिया जा रहा सहारा
उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022 -23 में अब तक उत्पाद विभाग द्वारा 18,819 छापेमारी की गई है. जबकि इस दौरान 2432 अभियोग दर्ज किया गया है. उत्पाद विभाग की टीम ने अब तक 2980 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं टीम ने छापेमारी के दौरान 19239.225 लीटर देसी शराब के अलावा 138178.913 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त किया है. टीम ने 248 वाहन और 111 भवन को जब्त किया है. उत्पाद विभाग की टीम से अब तक शराब मामले में 449 लोगों को सजा दिलाई गई है. वहीं 761 वाहनों की नीलामी कराई गई है. जिससे उत्पाद विभाग को 8 करोड़ 15 लाख 35 हजार 906 रुपए की आय हुई है. उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि प्रतिदिन 4 टीम छापेमारी करने जाती है. छापेमारी के दौरान ड्रोन कैमरे के अलावा डॉग स्क्वायड व मोटर बोट का भी सहारा लिया जा रहा है.
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