दुमका (DUMKA): पार्टी और परिवार से नाता तोड़ झमुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी पुत्रवधू सीता सोरेन ने कुछ महीने पहले झमुमो छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा द्वारा सीता सोरेन को दुमका लोकसभा क्षेत्र का प्रत्याशी बना दिया. आज सीता सोरेन ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नॉमिनेशन भी कर लिया. लेकिन नॉमिनेशन से एक दिन पूर्व सीता सोरेन द्वारा दुमका के खिजुरिया स्थित झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आवास पर जाने के बाद दुमका की राजनीति में भूचाल आ गया है.
तीन बार सीता ने मीडिया के सामने दिया बयान
आवास पर जाने के बाबत अब तक 3 बार सीता सोरेन ने मीडिया के सामने बयान दिया और तीनों बयान में एक रूपता नहीं है. कल गुरुवार को आवास से निकलने के बाद जब सीता सोरेन से शिबू सोरेन आवास पर आने का कारण पूछा गया, तो उन्होंने कहा था यह मेरा आवास है. वह अपने आवास पर आई, जहां मंत्री बसंत सोरेन से मुलाकात और बात भी हुई. क्या बातें हुई वह बताने की जरूरत नहीं है. जिसके बाद आज शुक्रवार को सीता सोरेन के इस बयान पर मंत्री बसंत सोरेन ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि सीता सोरेन मोदी परिवार में गई थी. उनका मोह भांग हो गया और शायद वह झामुमो परिवार में आना चाहती हो. मंत्री बसंत का बयान के बाद जब मीडिया ने सीता सोरेन से बसंत के बयान के बाबत पूछा तो उन्होंने कहा कि आवास पर पारिवारिक बातें हुई. राजनीति की कोई भी बातें नहीं हुई.
सीता सोरेन ने मामले मे दी सफाई
यहां तक तो लगा चुनाव के समय आरोप प्रत्यारो चलता रहता है. लेकिन अचानक शाम में सीता सोरेन ने बायपास रोड स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता बुलाकर एक बार फिर इस मामले में सफाई दी. इस बार उन्होंने कहा कि शुक्रवार को नॉमिनेशन करना था इसलिए गुरुवार को खिजुरिया स्थित गुरु जी आवास पर गई थी. गुरु जी और सासू मां से आशीर्वाद लेने. वैसे उन्होंने कहा कि वहां गुरु जी और सासू मां नहीं थी. बसंत सोरेन से भी मुलाकात हुई. लेकिन उसके बाद बसंत सोरेन द्वारा जो बयान दिया गया कि वह घर वापसी करना चाहती है ऐसी कोई बात नहीं है. इसका खंडन करती हूं. उन्होंने कहा कि बसंत के साथ जो बातें हुई उसे मीडिया के समक्ष रखना चाहते हैं.
सीता का दावा बसंत भी जल्द होंगे बीजेपी में शामिल
उन्होंने आगे कहा कि आवास में बसंत सोरेन ने भाजपा में प्रवेश करने पर उन्हें बधाई भी दी और कहा कि यहां जो सम्मान मिला है. उसे देखते हुए बसंत सोरेन भी भाजपा में आने की इच्छा व्यक्त की है. सीता सोरेन ने कहा कि बसंत सोरेन का मन झमुमो से ऊब चुका है. यही वजह है कि रांची में आयोजित इंडिया गठबंधम की उलगुलान महारैली में वह शामिल नहीं हुए. सीता सोरेन ने देवरानी कल्पना सोरेन पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन द्वारा पूरी पार्टी पर कब्जा जमा लिया गया है. बेटा होने के नाते बसंत सोरेन को वह हक नहीं मिल रहा है. इसलिए बसंत सोरेन ने भाजपा में जगह बनाने की बात कही. सीता ने कहा कि कल्पना सोरेन के कारण मैं पार्टी छोड़ी अब बसंत सोरेन भी छोड़ना चाहते हैं. क्योंकि कल्पना सोरेन अकेले पार्टी पर कब्जा जमा चुकी है. आने वाले दिनों में बसंत सोरेन भी भाजपा में शामिल होंगे.
कहीं नाराज तो नहीं पार्टी के आला कमान ?
अब सवाल उठता है कि कल से सीता सोरेन मीडिया के समक्ष तीन बार बयान दे चुकी है. तीनो बयान बिल्कुल अलग है. पहले तो बोली कि जो बातें हुई वह बताना उचित नहीं है. फिर बोली की पारिवारिक बातें हुई राजनीति से संबंधित कोई बातें नहीं हुई. अंत में प्रेस वार्ता के माध्यम से जो बातें कहीं वह पूरी तरह राजनीतिक बातें हैं. सीता सोरेन का कौन सा बयान सही है और कौन सा बयान गलत यह तो सीता ही बेहतर बता सकती है. लेकिन सवाल उठता है कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी आई की सीता सोरेन को प्रेस वार्ता कर अपनी सफाई देनी पड़ी. कहीं सीता सोरेन द्वारा खजुरिया स्थित गुरुजी आवास जाने से पार्टी आला कमान नाराज तो नहीं? क्योंकि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी आज दुमका में ही थे और बसंत सोरेन ने जब बयान दिया तो उसे पर बाबू लाल मरांडी की भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सीता सोरेन ने जब बयान दे दिया है इस पर उन्हें क्या बोलना.
रिपोर्ट. पंचम झा
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