दुमका (DUMKA) : कुछ दिनों से एक खबर फिजा में तैर रही थी. कयास लगाया जा रहा था कि झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी पुत्र बधू सीता सोरेन भाजपा छोड़ घर वापसी कर सकती है. कहा तो यहां तक जा रहा था कि 2 फरवरी को दुमका के गांधी मैदान में आयोजित झारखंड दिवस के मंच पर या फिर 4 फरवरी को धनबाद में आयोजित पार्टी के स्थापना दिवस के मंच पर सीता झामुमो की सदस्यता ले सकती है. कयास को उस वक्त और बल मिल गया जब झारखंड दिवस से ठीक पहले 1 फरवरी को सीता सोरेन अचानक दुमका पहुंच गई.
देश की सबसे बड़ी पार्टी में मिल रहा है पूरा सम्मान: सीता सोरेन
झारखंड दिवस और पार्टी का स्थापना दिवस दोनों संपन्न हो गया. दुमका में सीता सोरेन ने मीडिया के सामने आकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया. उन्होंने कहा कि घर वापसी का कोई इरादा नहीं है. वह जहां है वहां संतुष्ट है. देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा में पूरा मान सम्मान मिल रहा है. सीता ने कहा कि पार्टी ने उन्हें लोक सभा का प्रत्याशी बनाया. जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री से लेकर कई सेंट्रल लीडर ने जनसभा की. दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि चुनाव हार गए लेकिन मान सम्मान में कोई कमी नहीं आई.
घर वापसी की अफवाह पर झामुमो महिला मोर्चा की खुशी देख अच्छा लगा: सीता
एक फरवरी को अचानक दुमका आगमन पर सीता ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि 3 फरवरी को प्रयागराज का कार्यक्रम निर्धारित था. उसकी तैयारी कर चुकी थी, लेकिन इसी बीच पता चला कि प्रयागराज में वीआईपी प्रोटोकॉल को बंद कर दिया गया है. उसके बाद कुंभ जाने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. उसके बाद दुमका का रुख किया. उन्होंने कहा कि घर वापसी की अफवाह कहां से उड़ी यह तो पता नहीं लेकिन इस अफवाह पर सभी की प्रतिक्रिया देख रही थी. इस अफवाह पर झामुमो महिला मोर्चा काफी खुश नजर आ रही थी, जो देख कर अच्छा लगा कि आज भी महिला मोर्चा के दिल में उनके लिए सम्मान है.
भाजपा के एक सच्चे सिपाही के रूप में संगठन मजबूत बनाएगी सीता
आगे की कार्य योजना के बाबत सीता सोरेन ने कहा कि पार्टी के सच्चे सिपाही के रूप में वह तमाम कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ कर भाग लेंगी. आगामी चुनाव की तैयारी में अभी से जुट जाना है. जो चूक हुई उसे समय रहते ठीक करना है. संगठन को मजबूत बनाना है. वक्त गुजरते देर नहीं लगती.
रिपोर्ट-पंचम झा
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