टीएनपी डेस्क(TNP DESK): पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनडीए के संयोजक रह चुके जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव का गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया. वे 75 साल के थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
शरद यादव की बेटी ने ट्वीट कर दी जानकारी
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में 1 जुलाई, 1947 को शरद यादव का जन्म हुआ था. शरद यादव की बेटी ने ट्वीट कर उनके निधन की सूचना दी है. अपने बेबाक बयान के लिए जाने जाने वाले शरद यादव लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे. शरद यादव संभवत पहले ऐसे राजनेता होंगे जो मध्य प्रदेश,उत्तर प्रदेश और बिहार से लोकसभा के लिए चुने गए. वे राज्यसभा के भी सदस्य रहे. शरद यादव का बयान कभी-कभी विवाद के रूप में सामने आता रहा है. यह अलग बात है कि शरद यादव को वह मुकाम हासिल नहीं हो पाया जिसके वे हकदार थे. छात्र आंदोलन से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले शरद यादव छात्र राजनीति में भी खूब सक्रिय रहे. इमरजेंसी के दौरान उन्होंने छात्र आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी उनके निधन पर जताया शोक
समाजवादी विचारधारा के प्रबल समर्थक शरद यादव ने कई बार पार्टिया भी बदली. नीतीश कुमार के वे एक तरह से पथ प्रदर्शक थे. संसद के अंदर भी वह अपने बयान से कई बार विवाद में रहे थे. पिछड़ों के बड़े समर्थक रहने वाले शरद यादव के निधन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी उनके निधन पर गहरा शोक जताया है.रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शरद यादव के निधन पर दुख जताया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी उनके निधन पर शोक जताया है.
शरद यादव भले मध्य प्रदेश से ताल्लुक रखते हो पर वह बिहार के जनमानस में भी बसते थे. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी उनके निधन पर शोक जताया है.
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