कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी को किया ढेर, पुलवामा में हुए कश्मीरी पंडित की हत्या में शामिल थे दहशतगर्द
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टीएनपी डेस्क(TNP DESK): जम्मू कश्मीर में रविवार को कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या करने वाले आतंकवादी को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. मारे गए आतंकवादी की पहचान अकीब मुश्ताक भट के रूप में हुई है.
बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में रविवार को कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी. इससे कश्मीरी पंडित काफी गुस्से में थे और वे घाटी में अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहे थे. इसी कड़ी में सुरक्षाबल लगातार आतंकवादियों की तलाश कर रहे थे. जिसमें उन्हें मगलवार को ये सफलता मिली. मारा गया आतंकवादी अकीब मुश्ताक भट संजय शर्मा की हत्या में शामिल था.
कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार आतंकवादी की पहचान अकीब मुश्ताक भट के रूप में की गई, जो रेज़िस्टन्ट फ्रन्ट यानी टीआरएफ के लिए काम करता था. वह पहले पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) से भी जुड़ा हुआ था. रेज़िस्टन्ट फ्रंट (TRF) एक गैरकानूनी आतंकवादी समूह है जिसे लश्कर-ए-तैयबा का एक ऑफशूट माना जाता है. यह समूह पहली बार अनुच्छेद 370 के बाद एक ऑनलाइन इकाई के रूप में उभरा था.
आतंकवादियों ने की सुरक्षाबलों पर ओपन फ़ायरिंग
पुलिस और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम को पुलवामा जिले के अवंतपोरा क्षेत्र में छिपे दो आतंकवादियों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद टीम पहुंची तो मुठभेड़ शुरू हो गई. इस क्षेत्र को तब बंद कर दिया गया था. जल्द ही आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर ओपन फायर शुरू कर दी, जिसके बाद सैनिकों ने कश्मीरी पंडितों की हत्या का बदला लिया.
एक बैंक में एक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने वाले एक कश्मीरी पंडित संजय शर्मा को रविवार सुबह कश्मीर के पुलवामा जिले के अचान इलाके में अपने घर से मुश्किल से 100 मीटर की दूरी पर आतंकवादियों द्वारा गोली मार दी गई थी. वह बाजार जा रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उन पर हमला कर दिया. उन्हें राहगीरों द्वारा एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया. सोमवार को पुलवामा के अपने मूल गाँव में उनका अंतिम संस्कार किया गया था.
चार महीनों में पहला हमला
पिछले चार महीनों में हिंदू नागरिक पर यह पहला हमला है. पिछले साल कश्मीर में कई लक्षित हत्याएं हुईं. जिसमें कई कश्मीरी पंडित थे तो कई प्रवासी श्रमिक थे. इस बीच पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने हत्या पर केंद्र को फटकार लगते हुए पूछा कि "यदि उग्रवाद कश्मीर में समाप्त हो गया है, जैसा कि केंद्र द्वारा दावा किया गया था, तो किसने संजय शर्मा को मार डाला." मुफ़्ती ने मृतक कश्मीरी पंडित के तीन बच्चों के लिए पांच लाख रुपये मुआवजे की भी मांग की.
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