दलित छात्रों की छात्रवृति बना बिहार का राजनीतिक मुद्दा! चिराग के निशाने पर सीएम नीतीश, जानिए कहां जा रहा है छात्रवृति का पैसा

पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के तहत केन्द्र और राज्य की सरकार दलित, पिछड़े वर्ग के छात्रों को छात्रवृति मुहैया करवाती है, इसमें 60 फीसदी राशि केन्द्र सरकार और 40 फीसदी राशि राज्य सरकार प्रदान करती है. छात्रवृति का इस्तेमाल कर दलित परिवारों के होनहार छात्र प्रोफेशनल, टेक्निकल, मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और पोस्ट ग्रेजुएट के विभिन्न कोर्स पूरा करते रहे हैं. वंचित वर्ग के छात्रों का सपना साकार होता रहा है, लेकिन अब नीतीश सरकार पर छात्रवृति के लिए अपर लिमिट लगाकर एससी-एसटी सब प्लान के पैसे को डायवर्ट कर पुल पुलिया के निर्माण में लगाने का आरोप है. .

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