टीएनपी डेस्क(TNP DESK): जयपुर में आयोजित दीनदयाल समृति व्याख्यान को संबोधित करते हुए आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा है कि भारत में रहने वाले सभी हिन्दू हैं, हम सबका पूर्वज एक है, हमारी पूजा पद्धति अलग-अलग हो सकती है, लेकिन हमारा डीएनए एक है. यदि किसी के द्वारा किसी मजबूरी में गौ मांस का भक्षण कर लिया गया, तो उसकी घर वापसी से हमें कोई परहेज नहीं है.
भारत एक हिंदू राष्ट्र है
होसबोले ने कहा कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है, क्योंकि इस देश को बनाने वाले हिंदू हैं, कुछ लोग यह कहते हैं कि वेद पुराण आदि में हिंदू शब्द की चर्चा नहीं है. लेकिन क्या इससे सच्चाई बदल जायेगी, डॉ. हेडगेवार कभी भी इस विवाद में नहीं पड़ें, उनका सीधा मानना था कि जिनके द्वारा भी इस भूमि को पितृ भूमि माना जाता है, जिनके पूर्वज हिन्दू है, जो स्वयं को हिन्दू मानता है, वह सभी हिन्दू है.
जनजातीय आबादी को भड़काने की कोशिश
उन्होंने कहा कि भारत विरोधी ताकतों ने यहां की 600 से अधिक जनजातियों को भड़काने का काम किया है, यह समझाने की कोशिश की गयी है कि हम हिन्दू नहीं है, यह प्रोपगंडा एक भारत विरोधी सोच का हिस्सा है. सच्चाई यह है कि हम सबका पूर्वज एक है, हमारा डीएनए एक है. हम तो ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ को मानने वाले लोग हैं, किसी विशेष परिस्थिति में किसी के द्वारा गौ मांस का भक्षण कर लेने मात्र से वह हमसे दूर नहीं हो सकता. हमारे दरवाजे उन सबके लिए खुले हैं, सबकी घर वापसी हो सकती है.
हिंदुत्व के सतत विकास के आविष्कार का नाम RSS
होसबोलों ने कहा कि संघ की दृष्टि में सभी मत और संप्रदाय एक समान है, हम दक्षिणपंथ और वामपंथ की बहस के उपर हैं, हम एक राष्ट्रवादी है, संघ ने हर दर्द सहा और कहा कि, एन्जॉय द पेन. उन्होंने कहा कि संघ को समझना है तो दिमाग का नहीं दिल का उपयोग कीजिये, आपको हर बात समझ में आने लगेगी, हमारा काम समाज निर्माण का है, हमारे एक लाख से उपर सेवा कार्य चलते हैं. हिंदुत्व के सतत विकास के आविष्कार का नाम RSS है.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
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