टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- बिहार की सियासत में कोई चर्चा, सुगबुगाहट और दावें न हो. ऐसा तो हो ही नहीं सकता. यहां बतोलेबाजी और बयानबाजियों का सूखापन नहीं रहता. राजनीति के तमाम रंग यहां छाए रहते हैं. और इसकी छंटा बिखेरते हैं. बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह कुछ न कुछ बड़े-बड़े दांवे करते रहते हैं. उनके खुलासे भूचाल पैदा कर देते हैं और बयानबाजियों का शोर भी खूब होता है. इस बार भाजपा सांसद ने शनिवार को दावा किया कि जेडीयू और आरजेडी विलय की तरफ बढ़ रहे हैं.
‘’मेरे कान में लालू जी ने कई बाते फुसफुसाई’’
बेगूसराय सांसद का इतनी बड़ी बात का आधार आखिर क्या हैं, इसे लेकर उनका तर्क था कि लालू जी कई अंदरुनी बाते उनके साथ साझा करते हैं. उनके कानों कई बाते फुसफुसाई हैं, जिसे सार्वजनिक तौर पर बोला नहीं जा सकता. लेकिन, इतना तय है कि जेडीयू जल्द ही आरजेडी में विलय करने जा रही है. इसलिए सीट बंटवारे का सवाल ही नहीं होता.इतनी बेबाक और बड़ा दावा गिरिराज सिंह ने तब किया, जब पत्रकारों ने उनसे नीतीश कुमार के इस आग्रह के बार में पूछा कि इंडिया गठबंधन के सभी घटक जनवरी तक लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रुप दे दें.
‘’लालू जी तेजस्वी को बनाना चाहती हैं सीएम’’
इस खुलासे में गर्माहट इसलिए ज्यादा है, क्योंकि लालू प्रसाद और गिरिराज सिंह एक ही विमान से दिल्ली से पटना वापस आ रहे थे. गिरिराज इतने भर से नहीं रुके, बल्कि यहं तक कह डाला कि लालू जी ने उन्हें बोला था कि तेजस्वी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने का समय आ गया है.
लालू औऱ तेजस्वी ने बताया बेतुका
गिरिराज सिंह के बयान का लालू यादव ने बगैर सिर-पैर का माना है. उनका कहना था कि उनकी चर्चा न करे, वे टीआरपी के शौकिन हैं और सुर्खियों में आने के लिए ऐसा बोला करते हैं. इधर केन्द्रीय मंत्री के दावे का बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी बेतुका बोला औऱ कहा कि ये सिर्फ सुर्खियां बटोरने की कवायद है. वह अपने शब्द किसी और के मुंह में डालना चाहते हैं. इंडिया गठबंधन के सभी भागीदार एकजुट और ‘एक साथ मजबूत’ हैं
भाजपा के आक्रमक तेवर वाले नेता गिरिराज सिंह की बातें कितनी हकीकत औऱ कितना फंसाना समेटे हुए है. ये तो समय ही सबकुछ तय करेगा. लेकिन, सच्चाई यही है कि, उनके इस तरह के खुलासे और दावे पहले भी होते रहें हैं. इससे खलबली मचती रही है और फिर नरमी भी पसर जाती है.
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