गोपालगंज(GOPALGANJ): बिहार के गोपालगंज के चनावे जेल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जो ना केवल बिहार पुलिस प्रशासन बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठा रहा है. मामला एक कैदी का है जो गोपालगंज के चनावे जेल में सजा काट रहा था, जहां रूटिंग चेकिंग के डर से उसने मोबाइल फोन निगल लिया. जब पेट में दर्द हुआ तो जेल प्रबंधक ने उसे पास के सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान पाया कि कैदी के पेट में एक मोबाइल फोन है. मामले की जानकारी जैसे ही जेल प्रबंधक को हुई तो पूरे जेल प्रबंधन में खलबली मच गई.
जाने क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, गोपालगंज के चनावे जेल में बंद कैदी कैशरी अली, इंदरवा रफी गांव निवासी बाबूजान मियां का पुत्र है. अचानक पेट में दर्द होने के कारण जेल प्रबंधकों ने कैदी को ईलाज के लिए सदर अस्पताल में पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने कैदी का एक्सरे किया तो पाया कि कैदी के पेट में मोबाइल जैसी आकार की वस्तू है. फिलहाल, कैदी के ऑपरेशन के लिए बोर्ड का गठन किया जा रहा है. बता दें कि कैदी को 17 जनवरी 2020 स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया था.
किया जा सकता है पटना के पीएमसीएच अस्पताल रेफर
सदर अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि फिलहाल कैदी की स्थिति दयनीय है. किसी भी प्रकार की अनहोनी ना हो, इसे देखते हुए कैदी को बेहतर इलाज के लिए पटना के पीएमसीएच अस्पताल रेफर किया जा सकता है.
सुरक्षा व्यवस्था पर उठने लगा सवाल
मामला सामने आने के बाद जेल प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि जहां अपराध करने के बाद कैदी को सजा के लिए बंद किया जाता है, वहां कैदी के पास मोबाइल आया कहां से? यह एक जांच का विषय है.
रिपोर्ट: आदित्य कुमार
4+