रांची(RANCHI): झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी अमित खरे को सेवा विस्तार दिया गया है.वह फिलहाल प्रधानमंत्री के सलाहकार हैं. अपनी प्रतिभा की बदौलत उन्हें यह बड़ा सम्मान लगातार मिलते जा रहा है.
सेवा विस्तार के बारे में जानिए
1985 बैच के आईएएस अधिकारी अमित खरे को कौन नहीं जानता. ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में उनकी पहचान रही है. बिहार में जहां कहीं भी उन्हें सरकार ने दायित्व दिया, बहुत ईमानदारी और निष्ठा के साथ उन्होंने काम किया. अलग झारखंड बनने के बाद वे झारखंड कैडर में स्थानांतरित हो गए. सभी को चारा घोटाला मामला के बारे में पता है. चारा घोटाला मामले का उद्वेदन करने वाले अमित खरे ही हैं. इस मामले में लालू यादव समेत कई राजनेता, सप्लायर और अधिकारी जेल जा चुके हैं.
झारखंड से भी अमित खरे का खास नाता
रघुवर सरकार के दौरान अमित खरे और उनकी धर्मपत्नी आईएएस अधिकारी निधि खरे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से झारखंड राज्य में लौटे. झारखंड में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया. वित्त सचिव के रूप में उन्होंने वित्तीय प्रबंधन और इसमें अनुशासन को लाने का सफलतापूर्वक काम किया.
प्रधानमंत्री मोदी को क्यों पसंद हैं अमित खरे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमित खरे को बहुत मानते हैं. मानते इसलिए हैं कि उनमें एक बड़ी प्रतिभा है इन्नोवेटिव कार्यों को करने की. रघुवर सरकार में ही अमित खरे केंद्रीय प्रतिनयुक्ति पर वापस लौट गए थे.कुछ समय बाद उनकी धर्मपत्नी निधि खरे भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में फिर चली गई थीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शिक्षा विभाग का महत्वपूर्ण दायित्व दिया. नई शिक्षा नीति को तैयार करने में अमित खरे की बड़ी भूमिका रही है.अमित खरे में ईमानदारी के अलावा कुछ नया करने करने की ललक रहती है. यह मुख्य कारण है कि वे नौकरशाहों में प्रिय माने जाते हैं.
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