रांची (RANCHI): झारखंड पुलिस पर बड़ा आरोप लगा है कि मंत्री पद पर रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपाई सोरेन की जासूसी की जा रही थी.विशेष शाखा के दो दरोगा स्तर के अधिकारी चंपाई सोरेन के पीछे लग रहे.इस संबंध में दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. चंपाई सोरेन के आप्त सचिव ने यह शिकायत दर्ज करायी थी.दिल्ली पुलिस ने अवर निरीक्षक यानी दरोगा स्तर के स्पेशल ब्रांच के दोनों पदाधिकारी को हिरासत में ले लिया था.इसको लेकर भाजपा ने भी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है.
पुलिस मुख्यालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस संबंध में अपना स्टैंड किया क्लियर
झारखंड पुलिस ने इस संबंध में अपना स्टैंड क्लियर किया है. यह कहा गया है कि विशेष शाखा के दो पदाधिकारी अवर निरीक्षक स्तर के पदाधिकारी अपनी ड्यूटी कर रहे थे.दिल्ली में जिस प्रकार से उन्हें निरुद्ध किया गया, यह पूरी तरह से गलतफहमी के कारण हुआ है.पुलिस मुख्यालय के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसी व्यक्ति विशेष की निगरानी करने का कोई मतलब नहीं है जबकि वास्तविकता यह है कि पुलिस पदाधिकारी सुरक्षा व्यवस्था के लिए वहां प्रतिनियुक्ति किए गए थे.इस संबंध में संबंधित जांच एजेंसी को सूचना एवं सारी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है.यह भी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस को सारी जानकारी देने के उपरांत दोनों अवर निरीक्षक जिन्हें रोका गया था, उन्हें मुक्त कर दिया गया है.पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि किसी व्यक्ति की जासूसी करने की बात बिल्कुल गलत है.चंपई सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और मंत्री का पद संभाल रहे हैं.इस कारण झारखंड सरकार द्वारा उच्च सुरक्षा श्रेणी के अधीन वे आते हैं.विशेष शाखा के पुलिस पदाधिकारी वहां पर ड्यूटी कर रहे थे.किसी की जासूसी करने का कोई काम नहीं दिया गया था.इस संबंध में आगे भी कार्रवाई की जा रही है.
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