पटना(PATNA): पटना पुलिस ने इस बात का खुलासा किया है कि राजाराम अपार्टमेंट से जब्त सारे नोटो का सीरियल नम्बर एक है. साथ ही इस बात की भी जानकारी हाथ लगी है कि पिछले कुछ दिनों से इस अपार्टमेंट में देर रात तक पार्टियां चलती है. हर रोज नई-नई लड़कियों का आगवन होता था. पुलिस को अब मुख्य आरोपी अयूब खान को ठीक होने का इंतजार है, जिसका भागने के क्रम में पैर टूट गया था. इन सभी नोटों का सीरियल नम्बर 4DG 599442 होने से पुलिस भी उलझती नजर आ रही है, सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब यह गिरोह नकली नोटों की छपाई कर ले रहा था, तो सभी नोटों का नम्बर एक ही क्यों रख रहा था, क्या यह किसी नौसिखिये गिरोह का कारनामा था?
नकली नोट छापने वाले एक बड़े नेटवर्क का खुलासा
बता दें कि एसके पुरी थाने की पुलिस ने सोमवार की देर रात आनंदपुरी इलाके में स्थित राजाराम अपार्टमेंट में छापेमारी कर नकली नोट छापने के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा करने का दावा किया था, पुलिस ने मौके से कटिहार निवासी अयूब खान और नवादा निवासी रतन यादव को गिरफ्तार भी किया था. जबकि कटिहार निवासी मो. शमीम, सीतामढ़ी निवासी सचिन और एक लड़की भागने में कामयाब रही थी, पुलिस अपार्टमेंट से 500-500 और 200-200 रुपये के कई बंडल मिले थें. जिसके बाद पुलिस इस मामले का उद्भेदन का प्रयास कर रही है. हालांकि तमाम कोशिश के बाद भी अब तक पुलिस को मो. शमीम, सचिन और उस लड़की की जानकारी नहीं मिल रही है. जो पुलिस की दस्तक पड़ते ही अपार्टमेंट का पीछे का दरवाजा तोड़ कर भागने में कामयाब रहे थें. हालांकि पुलिस जल्द ही उनकी गिरफ्तारी का दावा कर रही है.
सेक्स रैकेट का मामला तो नहीं
लेकिन जिस तरीके से उस अपार्टमेंट में रोज नयी-नयी लड़कियों का आना-जाना होता था, संदेह गहरा रहा है कि सेक्स रैकेट से भी जुड़ा मामला भी हो सकता है, आशंका इस बात की जतायी जा रही है कि इन लड़कियों का उपयोग जाली नोटों को खपाने में किया जाता होगा. घटना स्थल से शराब की इतनी बोतलों को मिलने से इस बात की भी आशंका है कि कही लड़कियों के द्वारा भी तो शराब का सेवन नहीं किया जाता था.
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