रांची(RANCHI): झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में अव्यवस्थाओं की खबरें आए दिन आती रहती हैं. ताजा मामला रिम्स से ही आया है, जहां अस्पताल की अव्यवस्थाओं के कारण एक मरीज ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया. दरअसल, इमरजेंसी वार्ड में ऑक्सीजन बेड खाली नहीं रहने के कारण एक मरीज घंटों एंबुलेंस में तड़पता रहा और अंतत: उसकी मौत हो गई.
एक डॉक्टर तक नहीं आया मरीज को देखने
दरअसल, बेड नहीं मिलने के कारण किसी की जान चली जाने की बात दुखद तो है ही लेकिन उससे भी दुख की बात ये है कि मरीज को एंबुलेंस में देखने के लिए उस दौरान एक भी डॉक्टर नहीं पहुंचा. जिस वजह से बुजुर्ग मरीज की तड़प-तड़प कर मौत हो गई.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, बुधवार को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से मरीज रूद्रप्रताप सिंह मानकी (70) को परिजन लेकर रिम्स पहुंचे थे. जानकारी के अनुसार मरीज को सांस लेने में परेशानी थी. रिम्स पहुंचने के बाद परिजनों ने घंटों तक ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खोजा लेकिन बेड नहीं मिला. जिसकी वजह से मरीज की मौत हो गई.
मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा
बेड नहीं मिलने के कारण मरीज की मौत के बाद रिम्स के ट्रामा सेंटर के बाहर परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों ने बताया कि मरीज के इलाज के लिए रजिस्ट्रेशन तक हो गया था. जिसके बावजूद भी इलाज के लिए बेड नहीं मिला. इतना ही नहीं परिजनों ने यह भी कहा कि डॉक्टरों ने एक बार मरीज को एंबुलेंस में देखना तक मुनासिब नहीं समझा.
सारे बेड फुल थे, इसलिए नहीं मिला : RIMS
रिम्स के पीआरओ डॉ राजीव रंजन ने कहा कि जिस मरीज की मौत हुई है वो काफी गंभीर था. ऐसे में उसे ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की जरूरत थी. वहीं, उन्होंने कहा कि अस्पताल के सभी ऑक्सीजन वाले बेड फुल थे इसलिए उन्हें बेड नहीं मिल पाया. लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर कब तक इस तरह के बयान देकर रिम्स मरीजों की जान लेता रहेगा.
4+