टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अपने अलग-अलग बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के लिए रायपुर भी सुरक्षित ठिकाना नहीं रहा, अब पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा रायपुर में भी एक नया विवाद खड़ा कर दिया गया है. यहां बता दें कि अभी हाल ही में नागपुर के एक सामाजिक कार्यकर्ता श्याम मानव के द्वारा पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर अंध विश्वास फैलाने का आरोप लगाया था, मानव के द्वारा शास्त्री के खिलाफ मौजूदा कानूनों के तहत मुकदमा दायर करने की धमकी भी दी गयी है.
अंधविश्वास उन्मुलन समिति के अध्यक्ष है श्याम मानव
यहां बता दें कि श्याम मानव अंधविश्वास उन्मुलन समिति से जुड़े हुए हैं, उन्होंने कहा धीरेन्द्र शास्त्री को अपने 90 फीसदी प्रश्नों का जबाव देने की चुनौती दी थी, साथ ही कहा था कि यदि उनके द्वारा इसका जवाब तो दिया गया तो वह शास्त्री को 30 लाख रुपये का इनाम देंगे, नहीं तो शास्त्री के विरुद्ध में अंधविश्वास फैलाने का आरोप दर्ज करवायेंगे. जिसके बाद शास्त्री कई दिनों तक गुमनाम जगह पर रहें और अब उनके द्वारा रायपुर में राम कथा कहने की खबर आयी है. लेकिन विवादों का पीछा यहां भी नहीं छुट्टा, इस बार राम कथा के दौरान छत्तीसगढ़ में धर्मातरण के मामलों में तेजी का दावा कर पेश कर दिया गया.
धर्मातरण के मुद्दे पर शास्त्री को आबकारी मंत्री कवासी की चुनौती
जिसके जवाब में भूपेश बघेल के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शास्त्री को चुनौती देते हुए कहा है कि राज्य में धर्मातंरण का कोई मामला नहीं है, और ना ही इसमें कोई तेजी आई है, अगर शास्त्री आंकड़े के आधार इसे सिद्ध कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, नहीं तो शास्त्री को पंडिताई छोड़नी होगी.
धर्मातरण रोकने के लिए कथा का आयोजन, हर सनातनी पैदा करे तीन-तीन बच्चा
दरअसल धीरेन्द्र शास्त्री का दावा है कि उनके द्वारा धर्मातंरण रोकने के लिए ही कथा बाचा जा रहा है, सतानतनियों में एकता की कोशिश की जा रही है, धीरेन्द्र शास्त्री ने यह भी कहा है कि वह कोई संत नहीं है, वह एक आम आदमी है, लेकिन उनके द्वारा लोगों से तीन-तीन बच्चा पैदा करने की अपील भी की जा रही है.
हमें हनुमान जी ने चुना है
शास्त्री कहते हैं कि उनका यह दावा कभी नहीं है कि हम समस्या का खात्मा कर देंगे, हम को कोई दक्षिणा भी नहीं लेते, हमें तो हनुमान जी ने चुना है. हम कोई चमत्कारी नहीं हैं. संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत यह हमारा अधिकार है कि अपने ईष्ट का प्रचार करें. हम किसी को बुलावा नहीं भेजतें, जिसकी इच्छा हो आए, जिसकी इच्छा नहीं हो नहीं आए.
रिपोर्ट:देवेंद्र कुमार
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