धरती पर केवल अब जनता ही रह रही है, नेता तो आकाश में उड़ रहे हैं: प्रशांत किशोर

धरती पर केवल अब जनता ही रह रही है, नेता तो आकाश में उड़ रहे हैं: प्रशांत किशोर