माननीयों को इज्जत नहीं दे रहें अधिकारी! सदन में गूंजा मामला, कार्यपालिका खुद को समझ रही विधायिका से ऊपर

रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विधायकों ने सदन में अधिकारियों से जुड़ा मामला उठाया है. बोकारो डीसी पर गंभीर आरोप लगाया है. सदन में विधायक ने बताया कि डीसी का बात करने का तरीका सही नहीं है. ऐसा लगता है कि वह एक विधायक नहीं बल्कि किसी नौकर से बात कर रहीं है. इस मामले में अध्यक्ष ने कार्रवाई का आश्वाशन दिया है. साथ ही संसदीय कार्य मंत्री ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई की बात सदन में कही है.
दरअसल मामला बोकारो विधायक श्वेता सिंह से जुड़ा हुआ है. श्वेता सिंह ने विधानसभा में सूचना दी की बोकारो डीसी को जब भी फोन करती है तो उनका व्यवहार सही नहीं रहता है. ऐसा लगता है कि वह खुद को ऊपर समझ रहीं है. आखिर जनता ने बड़े ही उम्मीद के साथ उन्हें चुन कर सदन भेजा है. लेकिन जब जनता का कोई काम ही नहीं करा पायेंगी तो फिर विधायक रह कर क्या फायदा. इस बीच ही उमानकांत रजक ने भी श्वेता सिंह का समर्थन किया और कहा कि बोकारो डीसी का व्यवहार किसी के साथ सही नहीं है.
इस मामले पर मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि सदन में मामला पहुंचा है. यह बहुत ही गंभीर और बड़ा मामला है. अधिकारी अगर बात नहीं सुन रहे है तो ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी. अधिकारी जनता का काम करने के लिए होता है. विधायिका ऊपर नजर रखती है. लोकतंत्र में सभी को जगह दी गई है. सभी का एक प्रोटोकाल है. उसके तहत ही दायरे में रहना चाहिए.
रिपोर्ट-समीर
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