लातेहार में अब नहीं बहेगी दूध की नदियां, जानें क्या है पूरा मामला और क्यों बरपा है हंगामा

टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : लातेहार में अब सुबह से लेकर शाम तक दूध की नदियां नहीं बहेंगी. इससे यहां के हजारों लोगो में मायूसी है. आपको बताते चलें कि लातेहार में चल रहे मेधा डेयरी के प्लांट को पलामू के चियांकी में शिफ्ट किया जा रहा है. इसके कारण इस प्लांट से जुड़े हजारों लोगों के सामने रोजी-रोजी का संकट आ गया है. झारखंड मिल्क फेडरेशन के तहत लातेहार जिले के किनामाड़ में संचालित मेधा डेयरी दुग्ध शीतक केंद्र को पलामू जिले के चियांकी में शिफ्ट करने का काम एकाएक सोमवार से शुरू किया गया. जब इसकी जानकारी लोगों को हुई तो मंगलवार की सुबह दर्जनों लोग प्लांट के पास पहुंचे और हंगामा करने लगे. लोगों का कहना था कि एकाएक प्लांट को शिफ्ट करने से उनके सामने परेशानी बढ़ जाएगी. सबसे ज्यादा उन पशुपालकों को होगा जो सुबह शाम हजारों लीटर दूध यहां लेकर आते थे. अब उनके सामने यह समस्या आ रही है कि उनके दूध का अब क्या होगा.
दूसरी ओर, प्रबंधन का कहना है कि डेयरी प्लांट का भवन जर्जर हो चुका है. इसलिए इसे यहां से शिफ्ट किया जा रहा है. इसकी जानकारी पूर्व में विभाग को दे दी गई है. इसके अलावा मेधा डेयरी के इस प्लांट के सभी कर्मियों को भी शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया है. झारखंड मिल्क फेडरेशन के तहत कार्यरत तीन कर्मी समेत कुल लोगों ने मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे चियांकी सेंटर को लेकर अपनी सहमति भी दे दी है.
इधर मेधा डेयरी सेंटर के स्थानांतरित होने की सूचना पर लगभग पांच हजार लीटर दूध की आपूर्ति करने वाले सैकड़ों पशुपालकों और किसानों में संशय की स्थिति बनी हुई है. लातेहार जिले के बनहर्दी ,बालूमाथ और तुम्बागड़ा में बल्क मिल्क कूलिंग केंद्र बनाया गया है. लातेहार मेधा डेयरी केंद्र के हब इंचार्ज बिलास यादव ने कहा कि कुछ दिनों के लिए ही डेयरी केंद्र को चियांकी शिफ्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि किसानों को और पशुपालकों को कोई भी परेशानी नहीं होगी. दूसरी ओर, इस फैसले को लेकर भाजपा नेताओं ने आंदोलन की चेतावनी दी है. भाजपा नेताओं का कहना है कि सरकार को इसपर फैसला लेना चाहिए. इससे कई लोगों के रोजगार पर गलत प्रभाव पडे़गा.
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