रांची(RANCHI): बाबूलाल मरांडी के द्वारा जारी वीडियो क्लिप के बाद झारखंड में मचे सियासी तूफान के बीच भाजपा के नौ सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से मिलकर पूरे मामले की सीबीआई की जांच और राजीव अरुण एक्का की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है.
गृह विभाग सीएम हेमंत के पास होना मामले की गंभीरता को बढ़ाता है
बाबूलाल मरांडी ने इस पूरे मामले में सीएम हेमंत सोरेन की भूमिका पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि जब गृह विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास है, तब यह कैसे माना जा सकता है कि मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी नहीं रही होगी, क्या बगैर सीएम की अनुमति के इन फाइलों को किसी दलाल के पास ले जाया जा सकता?
तबादला महज ध्यान भटकाने की साजिश
राज्यपाल से मिलकर मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी सरकार को घेरा है, उन्होंने भी सीएम हेमंत की भूमिका सवाल खड़ा किया है, दीपक प्रकाश ने कहा कि किसी अधिकारी का महज तबादला कर इस मामले को भटकाया नहीं जा सकता, बल्कि इसकी पूरी जांच होनी चाहिए, इसके लिए जरुरी है कि सीबीआई को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी जाय.
बाबूलाल ने जारी किया था वीडियो क्लिप
यहां बता दें कि कल ही भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक वीडियो क्लिप जारी कर इस बात का दावा किया था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का विशाल चौधरी के निजी कार्यालय में बैठकर सरकारी फाइलों का निपटारा कर रहे हैं. जिसके बाद इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सरकार ने राजीव अरुण एक्का का तबादला कर पंचायती राज विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त कर दिया था. लेकिन अब भाजपा इस मामले में सीएम हेमंत की भूमिका की जांच पर अड़ी हुई है, यही कारण है कि उसके द्वारा इस मामले की जांच सीबीआई की मांग की जा रही है.
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