TNP DESK: हमारे समाज में शिक्षक को भगवान का दर्ज दिया जाता है. कहावत भी "गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय, बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय"...यानी कि गुरू और गोबिंद (भगवान) एक साथ खड़े हों तो किसे प्रणाम करना चाहिए – गुरू को अथवा गोबिन्द को? ऐसी स्थिति में गुरू के श्रीचरणों में शीश झुकाना उत्तम है. लेकिन अभी के समय में हमारे समाज में कुछ ऐसे शिक्षक हैं जिनके लिए ये कहावतें चरितार्थ नहीं होती. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बिहार के बेतिया जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुन आपको भी शर्मिंदगी महसूस होगी .
यह है मामला
पूरा मामला बेतिया के मझौलिया प्रखंड क्षेत्र के मंझरिया शेख पंचायत के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय की है. बताया जा रहा है कि इस स्कूल के शिक्षक गेनालाल शर्मा के विरुद्ध छात्रों एवं अभिभावकों ने विद्यालय परिसर में जमकर बवाल काटा और घंटों शिक्षक को निलंबित करने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे. छात्र छात्राओं का आरोप है कि शिक्षक गेनालाल शर्मा बोर्ड पर अश्लील चित्र बनाकर पढ़ाई कराते हैं. छात्र छात्राओं से अश्लील बातें करते हैं. यहां तक कि शिक्षक गेनालाल मुस्लिम जाति के बारे में भी अश्लील बातें और टिप्पड़ी करते हैं.शिक्षक पर आरोप है कि वह छात्राओं को सुहागरात के बारे में बताता है. जब दर्जनों छात्र छत्राओं ने इसकी शिकायत अपने परिजनों से की तब परिजन विद्यालय पहुचे. लेकिन तब तक शिक्षक गेनालाल स्कूल से सीएल लेकर फरार हो गए.
प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ने की कार्रवाई
पूरे मामले की सूचना मिलते ही प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी हफ़िजूलरह्मान विद्यालय पहुँच कर मामले की जांच पड़ताल किया. उन्होंने बताया कि शिक्षक गेनालाल शर्मा पर जो आरोप लगा है सत्य पाया गया. दोषी शिक्षक के वेतन पर तुरंत प्रभाव रोक लगा दिया गया है. तथा इनकी निलंबन की प्रक्रिया के लिए वरीय अधिकारियों को पत्र लिखा जा रहा है.
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