जमुई(JAMUI): प्यार इंसान से क्या से क्या न करवा दे. अगर प्यार सच्चा हो तो फिर सात समुंदर की दूरी क्या चीज है. प्यार में यहां लोग सरहदें पार कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला जमुई जिले में देखने को मिला है. जहां लड़का जमुई का तो वहीं लड़की मध्यप्रदेश की है. इन दोनों की कहानी भी सात समुंदर पार करने जैसी है. दरअसल, जमुई जिले के मलयपुर थाना क्षेत्र निवासी शिवम कुमार अपनी रोजी रोजगार के लिए सूरत एक धागा फैक्ट्री में काम करने गया था. वहीं, दूसरी और उक्त धागा फैक्ट्री में मध्य प्रदेश की ऋतु कुमारी भी काम करती थी. इस दौरान शिवम और ऋतु एक-दूसरे के नजदीक आ गए और दोनों को प्यार हो गया. दोनों कुछ दिनों के लिए रिलेशनशीप में भी रहे. लेकिन अचानक जमुई के शिवम को किसी काम से वापस अपने घर जमुई आना पड़ा. शिवम ऋतु को बिना बताए जमुई आ गया.
इधर, शिवम के बिना बताए जमुई आने से ऋतु परेशान हो गई और शिवम की तलाश में जमुई के लिए निकल पड़ी. देर रात जमुई पहुंचने के कारण ऋतु रात भर स्टेशन में रुकी और सुबह होते ही शिवम की खोज में निकल पड़ी. आखिरकार ऋतु को शिवम के घर का पता मिल गया. ऐसे में जब ऋतु शिवम के घर पहुंची तो शिवम व उसके परिवार वाले हैरान हो गए. वहीं, ऋतु शिवम पर शादी करने का दबाव बनाने लगी. जिस पर शिवम के घर वाले राजी हो गए और जमुई के ही पत्नेश्वर धाम मंदिर में दोनों की शादी रचा दी गई. शिवम-ऋतु की शादी अब जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग तरह-तरह की चर्चाएं भी कर रहे हैं.
वहीं, प्रेमिका ऋतु का कहना है कि वह शिवम के साथ पिछले 3 साल से धागा फैक्ट्री में काम कर रही थी. काम करने के दौरान ही दोनों को प्यार हो गया और दोनों रिलेशनशिप में आ गए. इस बात की जानकारी दोनों के घरवालों को भी थी. ऐसे में अचानक से शिवम को नहीं देखने और बातचीत भी नहीं होने के कारण मैंने अपने प्रेमी के घर जाने को ठान लिया और ट्रेन से जमुई पहुंचकर शिवम से शादी रचा ली और हम लोग काफी खुश हैं.
वहीं, शिवम के पिता सेठ विश्वकर्मा का कहना है कि बच्चे अगर खुश हैं तो हम लोग भी खुश हैं. अगर बहू के घर वाले आते हैं तो हम लोग उन्हें मनाएंगे और उनको भी राजी करेंगे. हम लोगों ने तो आशीर्वाद दे दिया है.
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