रांची(RANCHI): झारखंड में पिछले कुछ महीनों से एक नाम काफी चर्चा में है. इस नाम की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है. दरअसल, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते कल यानी गुरुवार को जब मुख्यमंत्री ईडी कार्यलय पहुंचे थे तब उनसे ईडी के अधिकारियों ने पूछा था.
सवाल- प्रेम प्रकाश से उनके संबंध क्या हैं और उनके घर से बरामद AK47 राइफल के बारे में क्या जानते हैं?
सीएम हेमंत का जवाब- सवाल के जवाब में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि वो प्रेम प्रकाश को नहीं जानते हैं और ना ही कभी उनसे मुलाकात हुई है. वहीं, जहां तक उनके अंगरक्षक के हथियार बरामदगी का मामला है इसका जबाब उन्हें राज्य के DGP से पूछना चाहिए.
बता दें कि प्रेम प्रकाश पर निर्दलीय विधायक सरयू राय भी लगातार हमलावर हैं. वहीं, झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे भी लगातार प्रेम प्रकाश को लेकर ट्वीट करते रहते हैं.
प्रेम प्रकाश को लेकर निशिकांत रहते हैं हमलावर
जब से अवैध खनन घोटाला का मामला चल रहा है और इसमें हेमंत सोरेन और प्रेम प्रकाश का नाम सामने आया है तब से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे अपने ट्विटर फॉलोवर्स को प्रेम प्रकाश की जानकारी समय-समय पर देते रहते हैं. बता दें कि मई महीने में भी जब प्रेम प्रकाश का नाम सामने आया था तब भी उन्होंने कई ट्वीट किए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि जल्द ही प्रेम प्रकाश देश छोड़कर भा जायेंगे. वहीं, कल जब हेमंत सोरेन ईडी कार्यालय पहुंचे तब भी निशिकांत दुबे लगातार ट्वीट कर रहे थें. बीते कल निशिकांत ने ट्वीट किया “मूर्ख दोस्त बनाने से बेहतर है, होशियार दुश्मन. झारखंड के मुख्यमंत्री जी को जिन अधिकारियों ने सहयोग किया, उनको बीच रास्ते के पूछताछ में उन्होंने पटक दिया, पंकज की चोरी साहिबगंज उपायुक्त दोषी, खनन पूजा सिंघल, प्रेम प्रकाश में डीजीपी नीरज जी दोषी. सावधान!. “
सरयू राय ने भी खड़े किए सवाल
दरअसल, सरयू राय वर्तमान में जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक हैं. वहीं, पहले वो भाजपा में थे. ऐसे कहा जाता है कि सरयू राय तब ही कुछ बोलते हैं जब उनके पास कुछ साक्ष्य होता है. और बीते कल सरयू राय ने भी प्रेम प्रकाश को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा “ ईडी के चार्जशीट में पीरपैंती साइडिंग से 251 रेल रैक स्टोन चिप्स का अवैध परिवहन बिना चालान हुआ, जिसमें 233 रैक रघुवर दास सरकार में और 18 रैक हेमंत सोरेन सरकार में हुआ है. दोनों अवैध परिवहन प्रेम प्रकाश की कम्पनी ने किया है. फिर पूछताछ केवल हेमंत सोरेन से ही क्यों?” सरयू ने इस ट्वीट के माध्यम से रघुवर दास पर भी सवाल खड़े किए हैं.
अब जानते हैं कौन है प्रेम प्रकाश?
झारखंड के सबसे बड़े पॉलिटिकल ब्रोकर ऊर्फ प्रेम प्रकाश साधारण कद-काठी के हैं. ऐसे कहा जाता है कि पहले इनके इशारे पर ही आईएएस अधिकारियों की पोस्टिंग होती थी. बता दें कि साल 2016 में जब झारखंड में नयी उत्पाद नीति लागू हुई थी. उस दौरान शराब के रीटेलरों की नियुक्ति सरकार के स्तर पर ही की गयी थी. और शराब की खेप पहुंचाने का जिम्मा सरकार के झारखंड राज्य बीभरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड का था. शराब के इन रीटेलरों के यहां सिक्यूरिटी और स्टॉफ की नियुक्ति इन्हें प्रेम प्रकाश की एजेंसी के मार्फत किया गया था. इनकी कारगुजारियों के बाबत सरकार ने इन्हें दो बॉडीगार्ड उपलब्ध कराया था. वह भी एके-47 धारी. अब ये कहते हैं कि उनके पास कोई बॉडीगार्ड नहीं हैं. कभी बॉडीगार्ड ली ही नहीं. वहीं, जलवा हेमंत सरकार में भी जारी रहा. फिलहाल प्रेम प्रकाश ईडी की हिरासत में हैं और उनसे अवैध खनन, बालू उत्खनन मामले में पूछताछ चल रही है.
प्रेम प्रकाश का देश के कई जगह है घर
सूत्रों की मानें तो प्रेम प्रकाश का ठिकाना रांची के अशोक नगर और हरमू हाउसिंग कालोनी समेत देश के कई और अन्य जगहों तक है. अशोक नगर में इन्होंने लायजनिंग के लिए तीन-तीन फ्लैट ले रखे थे. अब एक आलीशान मकान हरमू में भी बनवा रहे हैं.
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