टीएनपी डेस्क(TNP DESK): एनडीआरएफ की टीम भूकंप रास्ते में राहत बचाव के लिए गई थी.इस टीम ने वह कमाल किया कि लोगों का दिल जीत लिया.सैकड़ों लोगों की जान बचाई. मलबे में दबे बच्चे हो या बड़े उनको जीवन दिया. भारत सरकार ने तुर्किए में राहत सामग्री भिजवाने के अलावे एनडीआरएफ की टीम को वहां राहत और बचाव कार्य के लिए भेजा. इस टीम ने जबरदस्त काम किया है और स्थानीय लोगों का दिल जीता है. वैसे तो भारत और तुर्की के बीच कूटनीतिक रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे. तुर्की हमेशा से पाकिस्तान का पक्ष लेता रहा है. कश्मीर का मुद्दा का समर्थन करता रहा है. बावजूद इसके भारत ने इस आपदा की घड़ी में तुर्किए को जबरदस्त सहयोग किया है. वहां की सरकार ने भारत की मोदी सरकार का धन्यवाद और आभार जताया है.
एनडीआरएफ (NDRF) के 151 जवान तुर्किए भेजे गए थे. राहत बचाव कार्य में हिस्सा लेकर पहली टीम वापस भारत आ गई. वापस आने वाली टीम में 51 सदस्य हैं. इस टीम में रैंबो और हनी नामक दो खोजी कुत्ते भी शामिल थे. गाजियाबाद लौटने पर उनका भव्य स्वागत किया गया. एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने के लिए वरीय अधिकारी मौजूद थे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीआरएफ द्वारा भूकंपग्रस्त तुर्किए में राहत बचाव कार्य में भूमिका निभाई जाने की तारीफ की है. टीम के अन्य सदस्य अभी भी भूकंप ग्रस्त इलाके में राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं. कई अन्य देशों ने भूकंप ग्रस्त क्षेत्र में भारत सरकार के द्वारा राहत और बचाव कार्य किए जाने की तारीफ की है.
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