रांची(RANCHI):झारखंड में शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के दिशा में हेमन्त सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा आज 80 उत्कृष्ट विद्यायल का उद्घाटन किया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन आठ जिलों के बच्चों से बात भी किया. उत्कृष्ट विद्यालय का सपना दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का था. जिसे उनके जाने के बाद मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पूरा किया है. अब राज्य में CBSE पैटर्न की तर्ज पर सभी 80 विद्यायल में पढ़ाई शुरू की जाएगी. साथ ही क्लास रूम में प्रोजेक्टर, CCTV,स्पीकर और डिजिटल बोर्ड लगाए गए है. जिससे बच्चे पूरी तरह से कैमरे की नज़र में बेहतर पढ़ाई कर सकेंगे.
जल्द चार हजार उत्कृष्ट विद्यायल का होगा उद्घाटन
बता दें कि झारखंड के छात्र छात्राओं के लिए आज का दिन बेहद खास बताया जा रहा है. इस दिन का झारखंड के बच्चों को लंबे समय से इंतजार था. की उनके स्कूल भी निजी विद्यायल के जैसे हो लेकिन इस सपने को उड़ान हेमन्त सरकार ने दिया है. एक साथ झारखंड के 24 जिलों में बने 80 उत्कृष्ट विद्यायल का ऑनलाइन उद्घाटन ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में किया गया. इसके अलावा आने वाले दिनों में झारखंड के चार हजार पंचायत के आदर्श विद्यायल को उत्कृष्ट विद्यायल में बदलने की तैयारी की जा रही है.
क्या है विशेष
School of Excellence में स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था कि गई है. इस स्मार्ट क्लास रूम में CCTV कैमरे लगे हुए है. जिससे बच्चे के अभिभावक अपने बच्चे को सुरक्षित महसूस कर सके. इसके अलावा डिजिटल बोर्ड और प्रोजेक्टर भी लगाया गया है. जिससे बच्चे कंप्यूटर के द्वारा नई तकनीक के बारे में जानकारी ले सके. स्कूल में बेहतर प्रयोगशाला भी बनाया गया है. वहीं स्कूल के बाउंड्री के अंदर ही खेल मैदान का निर्माण कराया गया है. इस विद्यायल में पढ़ाने वाले शिक्षक को एक विशेष ट्रेनिंग दी गई है. जिससे वह बच्चों को सरल तरीके से पढ़ा सके.
इस दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ने यह कदम पंचायत तक कि जाएगी. इसमें सबसे बड़ी भूमिका शिक्षा विभाग और शिक्षकों की होगी. उन्होंने बताया कि सभी उत्कृष्ट विद्यायल के प्रिंसिपल की ट्रेनिंग IIM में कराई गई है. हम लगातार प्रयाश कर रहे है कि राज्य के गरीब आदिवासी को कैसे बेहतर शिक्षा दे जिससे राज्य से पिछड़ा पन का टैग हट सके. शिक्षा एक ऐसा शस्त्र है जिसके माध्यम से कोई भी कठिनाई को हम पार कर सकते है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड में यह काम काफी पहले होना चाहिए था. हम बहुत देर से इसकी शुरुआत कर रहे है. राज्य में 35 हजार से अधिक सरकारी स्कूल है. सभी सरकारी स्कूल में जिस तरह की पढ़ाई हो रही है अगर ऐसा ही चलता रहा तो राज्य के लिए घातक साबित होगा. इसे बदलने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे है. झारखंड में पुरानी शिक्षा व्यवस्था को बदल कर रहेंगे.
शिक्षा मंत्री को किया नमन
उन्होंने शिक्षा मंत्री को नमन करते हुए कहा कि उनका सपना था कि झारखंड में एक बेहतर शिक्षा व्यवस्था का माहौल बन सके. उनके सपने को धरातल पर लाने के लिए काम कर रहा है. CM ने कहा कि यह जो काम शुरू किया गया है, इसे किसी भी हालात में रुकने नहीं देना है. हमारी सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने का संकल्प लिया है. राज्य में शिक्षकों की कमी है, बिना शिक्षकों के हम बेहतर शिक्षा नहीं दे सकते. इसे कमी को पूरा करने के लिए सरकार जल्द ही 25 हजार शिक्षकों की बहाली करने वाली है.
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