धनबाद(DHANBAD): झारखंड के बड़े भाई बिहार में यह सब क्या हो रहा है. एक सप्ताह के भीतर तीन पुल ध्वस्त हो गए. इसके बाद राजद नेता और पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का कड़ा तंज आया है. पूछा है कि बिहार के पुल खुदकुशी कर रहे हैं या पुल को चूहे कुतर रहे है. उन्होंने यह भी कहा है कि बिहार में "पुल गिरे ,भ्रष्टाचार के गुल खिले", मुख्यमंत्री और बेचारे दो -दो उपमुख्यमंत्री तो इन सब के बारे में जानते ही नहीं होंगे. जानकर भी क्या कर लेंगे. डबल इंजन धारी लोग कह देंगे कि पुल खुदकुशी कर रहे है. या चूहे पुल को कुतर दे रहे है. तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पर भी कटाक्ष किया है. प्रधानमंत्री कहेंगे कि भाइयों -बहनों चुपचाप पुल गिरते हुए देखे , नहीं तो कथित जंगल राज आ जाएगा. जो भी हो, लेकिन बिहार में पुल का गिरना कहीं ना कहीं सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहा है. अधिकारी से लेकर निर्माता कंपनी पर क्या एक्शन लिया गया है या लिया जा रहा है. इसका खुलासा होना चाहिए. पुल क्यों गिर रहे है ,इसके अगर कोई तकनीकी कारण है ,तो इसे भी सार्वजनिक होना चाहिए.
ढलाई के कुछ घंटे बाद ही ढह गया पुल
पूर्वी चंपारण के अमवा गांव में बन रहे पुल का आधा हिस्सा ढलाई के कुछ देर बाद ही गिर गया. पुल का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से हो रहा था. सुबह 9 बजे से देर रात 10 बजे तक पुल की ढलाई का काम हुआ था. कुछ घंटे बाद यह ध्वस्त हो गया. पुल का शिलान्यास शिवहर की तत्कालीन सांसद ने 10 मार्च 2024 को किया था. बात यही खत्म नहीं होती , एक सप्ताह के भीतर पुल गिरने की राज्य में यह तीसरी घटना है. इससे पहले अररिया और सीवान में पुल गिरे थे. बिहार में पुलों के धसने का सिलसिला चल निकला है. हाल ही में अररिया जिले में पुल उद्घाटन से पहले ही धड़ाम हो गया था. इसकी लागत 12 करोड रुपए थी. 2023 में भी पटना में एक पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा था. जाहिर है पुल को लेकर राजनीति शुरू होगी. डबल इंजन सरकार पर हमले तेज होंगे. पूछा जा रहा है कि आखिर क्या वजह है कि बिहार में ताबड़तोड़ पुल गिर रहे है. निश्चित रूप से पुल के निर्माण में गड़बड़ी हो रही है. बिहार में एक ही हफ्ते में तीसरा पुल गिरने की घटना सामने आकर सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है. .
अररिया और सिवान के बाद मोतिहारी में भी पुल धड़ाम
अररिया और सिवान के बाद मोतिहारी में भी निर्माणाधीन पुल भरभरा कर गिर गया. सिवान में गंडक नहर पर बना हुआ एक पुल अचानक गिर गया. पुल गिरने से अचानक आई तेज आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया. पिलर धंसते ही कुछ ही मिनट में पुल धड़ाम से गिर गया. इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है. जानकारी के मुताबिक, पुल काफी पुराना था और बीते वर्ष नहर का निर्माण कराया गया था, लेकिन नहर बनाने में लापरवाही हुई. ऐसे में पानी के तेज बहाव से पुल के पिलर से मिट्टी का कटाव होने लगा और पुल का पिलर धंसने लगा.अररिया जिले में हाल ही में बकरा नदी पर बना पुल धंस गया था. 12 करोड़ से निर्मित इस पुल का अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ था. पुल के दो से तीन पिलर नदी में धंस गए और पुल गिर गया. यह पुल सिकटी और कुर्साकांटा प्रखंड को जोड़ने वाला था.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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