रांची(RANCHI): झारखंड के सी.जी.एल की अभ्यर्थियों का सब्र अब टूट चुका है. उनकी ओर से आर या पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि छात्र संगठन की ओर से शुक्रवार को सभी जिलें में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन और शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा.
सितंबर की परीक्षा तिथि से खुश नहीं छात्र
लंबे समय से परीक्षा तिथि निर्धारित करने की मांग सीजीएल अभ्यर्थीयों द्वारा किया जा रहा था, लेकिन हर बार सरकार की ओर से अभ्यर्थीयों को निराशा हाथ लगती हैं. हालांकि हाल ही में कर्मचारी चयन आयोग की ओर से 21 और 22 सितंबर को परीक्षा की तिथि तय की गई है. लेकिन अभी भी उस तारीख से परीक्षार्थी खुश नहीं है. वहीं कर्मचारी चयन आयोग की ओर से परीक्षा की डेट तय करने पर छात्रों का कहना है कि उस तारिख में आयोग की ओर से उत्पाद सिपाही, झारखंड फॉरेस्ट और कई परीक्षा की तिथि तय की गई है. ऐसे में परीक्षा को आयोजित करना आयोग के लिए बड़ी चुनौती होगीं. इस दौरान कई छात्रों का यह भी कहना है कि सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी के द्वारा उत्पाद सिपाही और जीपीएससी के साथ कई परीक्षाओं के लिए आवेदन दिया गया है ऐसे में वह छात्र कैसे परीक्षा में बैठ पाएंगे.
छात्र करेंगे मुख्यमंत्री आवास घेराव
दरअसल झारखंड सी.जी.एल. की परीक्षा 28 जनवरी और 4 फरवरी को निर्धारित की गई थी. लेकिन परीक्षा पूरी होने से पहले पेपर लीक हो गया, जिस कारण परीक्षा को रद्द करना पड़ा. इसके बाद छात्र संगठनों की ओर से जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया इस बीच जेएसएससी कार्यालय का भी घेराव किया गया. वहीं प्रदर्शन के बीच आक्रोशित छात्रों ने आयोग की संपति के साथ तोड़ फोड़ भी की थी. जिसके बाद इस मामले पर 4 हजार छात्रों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. मालूम हो कि साल 2015 की जेएसएससी परीक्षा की वैकेंसी रही है लेकिन परीक्षा की तारीख आगे बढ़ने से छात्र आक्रोशित है.इसे ही देखते हुए अभ्यर्थियों की ओर से शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा.
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