धनबाद(DHANBAD): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को जमशेदपुर पहुंच रहे है. जमशेदपुर कोल्हान में पड़ता है. कोल्हान में 14 विधानसभा की सीटें है. फिलहाल भाजपा के पास एक भी सीट नहीं है. कोल्हान में अपनी जड़ जमाने के लिए भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को पार्टी में शामिल कराया है. चंपाई सोरेन को आगे कर भाजपा कोल्हान में लाभ उठाना चाहती है और इसीलिए प्रधानमंत्री का दौरा जमशेदपुर में शायद तय किया गया है. वैसे, झारखंड में अभी मुख्यमंत्री माइया सम्मान योजना चर्चे में है. हेमंत सोरेन हर प्रमंडल में जाकर राशि विमुक्त कर रहे है.
मुख्यमंत्री माइया सम्मान योजना के काट में दौरा तो नहीं
इस योजना का भी झारखंड मुक्ति मोर्चा को लाभ चुनाव में मिलने की संभावना है. संभवत इसी के काट के लिए 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड राज्य के लाभार्थियों को पीएम आवास- ग्रामीण की पहली किश्त प्रदान करेंगे. जमशेदपुर में टाटा पटना बंदे भारत एक्सप्रेस को प्लेटफार्म नंबर एक से और पांच अन्य बंदे भारत को वर्चुअल हरी झंडी दिखाने के बाद टाटानगर स्टेशन के पार्किंग स्थल से झारखंड के लोगों को कई योजनाओं की सौगात देंगे. सूचना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड राज्य के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के लाभार्थियों को पहली किश्त हस्तांतरित करेंगे. जानकारी निकल कर आ रही है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में झारखंड के लगभग 20,000 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त 5 करोड़ से अधिक की धनराशि सीधे लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी.
46,000 लाभार्थियों के नवनिर्मित घरों का गृह प्रवेश होगा
46,000 लाभार्थियों के नवनिर्मित घरों का गृह प्रवेश होगा. झारखंड में चुनाव होने वाले हैं, इसको लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. झारखंड सरकार भी सौगात बांट रही है तो केंद्र सरकार भी अब इसमें शामिल हो गई है. वैसे यह बात तो बिल्कुल तय है कि कोल्हान और संथाल परगना के रास्ते झारखंड की सत्ता तय होती है. भाजपा की नजर कोल्हान के साथ-साथ संथाल पर भी है. सूचना के मुताबिक 20 सितंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संथाल के भोगनाडीह पहुंचेंगे. वैसे, 2019 में भी संथाल पर फतह करने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगाई, लेकिन अपेक्षाकृत सफलता नहीं मिली. कोल्हान भी भाजपा को नहीं स्वीकारा. नतीजा हुआ कि भाजपा सत्ता से बाहर हो गई. हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार बनी, लेकिन कोल्हान में सीट बढ़ाने के लिए भाजपा नए-नए प्रयोग कर रही है. जमशेदपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा भी इसी चश्मे से देखा जा रहा है. झारखंड में भाजपा ने यह घोषित नहीं किया है कि किसके चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा.
झारखंड में अब भाजपा के पास अब तीन आदिवासी नेता हो गए
पहले भाजपा के पास दो आदिवासी नेता थे, अब तीन हो गए है. . बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा के साथ-साथ अब चंपाई सोरेन भी भाजपा में शामिल हो गए है. तीनों नेता झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके है. इस बीच भाजपा खेमे में यह भी चर्चा है कि झारखंड का चुनाव भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जा सकता है. इसलिए 15 सितंबर को झारखंड के कोल्हान में प्रधानमंत्री का दौरा निर्धारित किया गया है. इसका लाभ भाजपा को कितना मिलता है और इंडिया ब्लॉक इसके काट के लिए क्या करता है, यह आने वाला वक्त ही बताएगा. वैसे, कुल मिलाकर झारखंड में चुनाव की राजनीति धीरे-धीरे तेज हो रही है. भाजपा ने उम्मीदवारों के लिए रायशुमारी का काम लगभग पूरा कर लिया है, कांग्रेस भी कर रही है. तो झारखंड मुक्ति मोर्चा वोटरों का विश्वास अर्जित करने के लिए जी जान से जुटा हुआ है. झारखंड विधानसभा चुनाव एनडीए के लिए परीक्षा होगी तो इंडिया ब्लॉक के लिए भी अग्नि परीक्षा से कम नहीं कहीं जाएगी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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