रांची(RANCHI): झारखंड पुलिस बड़े बड़े मामलों का जल्द खुलासा करने का दावा करती है. DGP खुद सभी पुलिस अधिकारियों को सख्त आदेश दे चुके है सभी लंबित मामलों का निष्पादन करें नहीं तो कार्रवाई होगी. लेकिन इन सब दावे के बीच पुलिस खुद बेबस दिख रही है. तभी तो 22दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस दारोगा के हत्यारे को पकड़ने में खाक ही छान रही है. इस पूरे प्रकरण पर कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ बोलने से भी परहेज करने लगे है.
दरअसल स्पेशल ब्रांच में तैनात 2018 बैच के दरोगा अनुपम कच्छप की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के बाद पुलिस महकमा ऐसे रेस दिख रहा था की एक से दो घंटे में ही आरोपी को पकड़ कर सलाखों के पीछे भेज देंगे. लेकिन हुआ कुछ नही. दिन बीतते गए और लोगों के जेहन से भी बात उठती चली गई. घटना को 22 दिन बीत गए लेकिन हत्यारा कौन था कहां गया इसकी कोई जानकारी नहीं जुटा पाई है.
जब स्पेशल ब्रांच के दरोगा की हत्या हुई तो खुद DGP अनुराग गुप्ता रिम्स पहुंचे. यहां मीडिया ने उनसे सवाल पूछा तो कहा कि उनका भाई को मारा गया है अपराधी को छोड़ेंगे नहीं साथ उन पुलिस अधिकारियों को भी चेतवानी दे डाली की काम में लापरवाही करने वालो को कही का नहीं छोड़ेंगे. लेकिन यह सब बात तो कहने की थी.
स्पेशल ब्रांच के दरोगा की हत्या के बाद ग्रामीण एसपी सुमित कुमार के नेतृत्व में एक SIT बनाई गई. SIT ने पहले दिन से ही रेस दिखने लगी. रिंग रोड पहुंच कर क्राइम सीन रि क्रिएट किया गया. कई दोस्तो को हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ हुई. लेकिन मिला कुछ नहीं. इस मामले पर जब एसपी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस केस की जांच कहां पहुंची इसकी जानकारी देने से परहेज किया.
बता दे कि दरोगा अनुपम कच्छप की हत्या 2 अगस्त को कांके रिंग रोड में की गई थी. जब पार्टी कर लौट रहे थे तभी किसी ने गोली मार कर हत्या कर दी. इसके बाद अपराधी आराम से निकल गए. रिंग रोड पर ना उस वक्त कोई पेट्रोलिंग गाड़ी मौजूद थी और ना ही कोई आदमी. गोली किसने मारी यह अपने आप में सवाल बन कर घूम रहा है.
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