टीएनपी डेस्क(TNP DESK):भारत में प्रधानमंत्री का पद राष्ट्रपति के बाद सबसे बड़ा और सर्वोच्च माना जाता है. पद पर बैठे पीएम की सुरक्षा के लिए एसपीजी की तैनाती की जाती है. एसपीजी के जवान अपने काम को लेकर बेहद प्रोफेशनल होते है. इनकी नजर एक चीते की तरह होती है. इसके साथ ही इनकी फुर्ती देश के सभी सुरक्षा जवानों से अधिक होती है. ये पीएम की सुरक्षा में 24 घंटे लगे रहते हैं . एक मिनट के लिए पीएम से अलग नहीं होते हैं. ये पीएम के चोरों तरफ एक स्पेशल घेरा बनाकर रखते हैं. SPG यानी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के जवानों मॉडर्न हथियारों से लैस होते हैं. इनके पास FNF-2000 असॉल्ट राइफल, ओटोमेटिक बंदूके के साथ कुछ खतरनाक पिस्तौल 17-एम भी होता है.
काला सूटकेस पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड होता है
इसके साथ ही इन जवानों के पास एक स्पेशल काले रंग का सूटकेस होता है. जो एक न्यूक्लियर बटन होता है. यह बहुत ही पतला होता है. जो एक पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड के या फिर पोर्टेबल फोल्डेड बैलिस्टिक शील्ड है. जिसे खतरे के समय या खतरे की आशंका होने पर पीएम को सुरक्षित रखने के लिए खोला जाता है. इसको पकड़नेवाले SPG के जवान पीएम से महज कुछ ही कदमों की दूरी पर मौजूद होते हैं. जब भी सुरक्षा में तैनात जवानों को संदिग्ध एक्टीवीटी दिखती है. वे इसको खोलने के लिए नीचे की ओर हिलाते हैं. यह सूटकेस वीवीआईपी को तुरंत सुरक्षा देने में मदद करता है.
SPG कमांडों को 4 लेयर की सुरक्षा दी जाती है
पीएम की सुरक्षा में तैनात SPG कमांडों को 4 लेयर की सुरक्षा दी जाती है. इसके पहले लेयर में SPG की टीम के पास सुरक्षा का जिम्मा होता है. इसके साथ ही 24 जवान पीएम की सुरक्षा में तैनात रहते हैं. इन जवानों के पास हाई टेक हथियार है. पीएम के काफिले में दो आर्मर्ड गाड़ी के साथ 9 हाईटेक गाड़ियां होती है. इसके साथ एंबुलेंस और जैमर गाड़ी भी होती है. पीएम को बुलेट प्रूफ कार में बैठाया जाता है. इसके आलावा डमी कार साथ-साथ रहती है. लगभग काफिले में 100 जवान मौजूद होते हैं.
इनलोगों को दी जाती है X, Y, Z और Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
आपको बता दें कि एसपीजी के साथ X, Y, Z और Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा को देश में हाईटेक माना जाता है. जो देश के विशेष लोगों को मुहैया कराई जाती है. इसमे भारत के केंद्र सरकार के मंत्री, मशहूर राजनेता, बड़े अधिकारी, सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के जज समेत देश की मशहूर लोगों को 4 उपलब्ध कराई जाती है. इनमें सबसे बड़ी सुरक्षा Z प्लस को माना जाता है. भारत में सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी को ही SPG की सुरक्षा दी गई है. संसद से एक कानून पास किया गया है. जिसके अनुसार सिर्फ देश के प्रधानमंत्री को एसपीजी सुरक्षा दी जाती है.
भारत में सिर्फ पीएम मोदी को दी जाती है Z प्लस सुरक्षा
2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार पीएम बने थे. तब एसपीजी का बजट 289 करोड़ का था. जो 2015-16 में 330 करोड़ हो गया. तो वहीं एसपीजी का बजट अब 500 करोड़ से भी अधिक हो गया है. पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में रोज लगभग 2 करोड़ तक का खर्च होता है. जिसमे हर घंटे 8 से 10 लाख रुपये प्रति घंटा होता है.
पीएम की सुरक्षा पर हर दिन होता है 2 करोड़ खर्च
आपको बता दें कि पीएम की सुरक्षा पर रोज इतने करोड़ खर्च करने के पीछ बहुत बड़ी वजह है. क्योंकि बहुत बार ऐसे मौके आये है. जब भारत के प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक की वजह से उनकी हत्याएं हुई है. जिसमे इंदिरा गांधी का नाम शामिल है. 1984 में देश के पीएम पद पर रहते हुए इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद 1988 में संसद से एसपीजी एक्ट पास कर लागू किया गया.
राजीव गांधी की हत्या के बाद हुआ कानून में संशोधन
1989 में राजीव गांधी का एसपीजी कवर वीपी सिंह की सरकार ने हटा दिया. जिसकी वजह से 1991 में राजीव गांधी की भी हत्या कर दी गई थी. जिसको देखते हुए SPG कानून में संशोधन कर एक नया प्रावधान हुआ. जिसके अनुसार प्रधानमंत्रियों पद से हटने के 10 साल बाद तक पूर्व पीएम और उसके परिवार को सुरक्षा मिलती रहेगी. जब अटल बिहारी वाजपेयी 2003 में देश के पीएम बने तो इसमे दोबारा संशोधन करते हुए 10 साल की जगह 1 साल की सुरक्षा देने का प्रावधान किया.
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