Health: मौसम में बदलाव स्वास्थ्य पर पड़ रहा भारी, सर्दी, खांसी और वायरल से परेशान मरीजों की राज्य के सभी अस्पतालों में बढ़ी संख्या
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टीएनपी डेस्क: मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव और तापमान में अचानक हो रहा बदलाव स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है. बड़ी संख्या में लोग सर्दी, खांसी, सिर दर्द, बुखार, गले में दर्द, खराश आदि समस्याओं से लोग पीड़ित हो रहे हैं. यही नहीं, तापमान में बदलाव के कारण लोगों की पाचन शक्ति भी खराब हो रही है. गैस, एसिडिटी, पेट में दर्द, डायरिया आदि की समस्या भी बढ़ी है. कुछ सर्दी-खांसी और बुखार पीड़ितों में जोड़ों व घुटनों में दर्द की भी समस्या देखी जा रही है.
अस्पताल में बढ़ रही मरीजों की संख्या
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गई है. जहां ओपीडी में 1100 से 1200 मरीज पहुंचते थे वहीं इनकी संख्या 1400 पर कर रही है. मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने बताया कि ऐसे मरीजों की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है. पहले ओपीडी में आने वाले 100 मरीजों में 15 से 20 इस तरह की बीमारियों से पीड़ित होते थे. अब यह संख्या 30 से 35 हो गई है. उन्होंने बताया कि अस्पतालों में वायरल के साथ-साथ सर्दी-खांसी के मरीज भी आ रहे हैं. वायरल सर्दी-खांसी से पीड़ितों में छींक कम आती है. संक्रमण के साथ बुखार, गले में दर्द, टॉन्सिल, नाक बंद होने और कफ की भी समस्या रह रही है. पेट दर्द, गैस, एसिडिटी का प्रकोप बढ़ने का भी बड़ा कारण संक्रमण ही है. वहीं एलर्जिक बीमारियों में बार-बार छींक आना, नाक से पानी, नाक के आसपास खुजली की समस्या रहती है.
प्रदूषण और मौसम में हो रहे अचानक बदलाव के कारण लोग हो रहे संक्रमित
डॉक्टरों के अनुसार, प्रदूषण और मौसम में हो रहे अचानक बदलाव के कारण संक्रामक बीमारियां जल्दी ठीक नहीं हो रही है. इन्हें ठीक होने में 10 से 12 दिन का समय लग रहा है. दूसरे तापमान में उतार-चढ़ाव से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी कुछ कमी आती है. ऐसे में बीमार लोगों को ठीक होने में ज्यादा समय लगता है. इस बाबत उन्होंने बताया कि लक्षण के आधार पर इन बीमारियों की दवा लेने से ये सात से 10 दिनों में ठीक हो रही है.
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