वैशाली (VAISHALI) : सरकार बच्चियों की शिक्षा के लिए तमाम बड़े दावे करती है. लेकिन उसी दावे का एक जीता जागता नमूना कल वैशाली में देखने को मिला है. दरअसल वैशाली के महनार गर्ल्स स्कूल में बैठने की जगह नहीं होने पर स्कूल की बच्चियों ने कल जम कर बवाल मचाया. लेकिन यह बवाल दूसरे दिन भी समान्य रही. जिसे देख स्कूल के शिक्षक ने सभी बच्चियों को हाथ जोड़कर घर जाने को कहा. जिसके बाद सभी छात्रा बिना पढ़ाई किए स्कूल से अपने-अपने घर चली गई. मिली जानकारी के अनुसार आज नवमी क्लास में 650 छात्र उपस्थित हुई थी. लेकिन अगले आदेश तक क्लास को सस्पेंड कर दिया गया है.
क्षमता से ज्यादा स्कूल में नामांकन
बता दें कि शिक्षा विभाग के द्वारा स्कूलों को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिए शिक्षा विभाग के अपर महासचिव के के पाठक लगातार स्कूलों का दौरा कर रहे है. लेकिन इस स्थिति में मेहनत के गर्ल्स स्कूल की स्थिति दयनीय हो चुकी है. स्कूल में ना तो पंखा की व्यवस्था है औऱ ना ही स्कूल में बैठने की कोई सुविधा है. जिस कारण छात्र स्कूल के बरामदे पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर रहती है. आपको बता दें कि मेहनत गर्ल्स हाई स्कूल में कुल नामांकन 2083 है. जबकि स्कूल की क्षमता सिर्फ 600 ही है. जिस कारण बच्चियों को पढ़ने में काफी मुश्किल होती है.
मूलभूत सुविधा से छात्राओं को हो रही परेशानी
वहीं इस मामले में छात्रों का कहना है कि स्कूल में भारी गर्मी के कारण स्कूल में छात्रा बेहोश हो रही है. भारी गर्मी में बिना पंखा बिना मूलभूत सुविधा के पढ़ाई में काफी परेशानी होती है. साथ ही छात्रा ने कहा कि स्कूल में उपस्थिति 75 प्रतिशत अनिवार्य है. लेकिन गर्मी के कारण छात्रा उपस्थित नहीं हो पाती है. जिस कारण उन्हें स्कूल में उपस्थित नहीं रहने पर पोशाक योजना, साइकिल योजना, छात्रवृत्ति औऱ फॉर्म से वंचित कर दिया जाता है. जिसे लेकर भारी संख्या में छात्र स्कूल पहुंचकर अपनी 75 प्रतिशत स्कूल में उपस्थिति दर्ज करना चाहती है. लेकिन स्कूल में मूलभूत सुविधा नहीं रहने के कारण छात्र को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं इस मामले में मेहनत एसडीएम का कहना है कि स्कूल में ज्यादा छात्रा होने के कारण स्कूल का संचालन दो शिफ्ट में किया जाएगा.
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