मुजफ्फरपुर(MUZAFFARPUR): मुजफ्फरपुर पहुंचे सुशील मोदी ने महागठबंधन को आड़े हाथों लिया और कई गंभीर आरोप लगाए. साथ ही बजट पर भी चर्चा की. पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुशील मोदी ने कहा कि यदि इस साल के बजट में किसी राज्य को फायदा होगा तो वह सबसे अधिक फायदा बिहार को होगा. एक लाख तीन हजार करोड़ रुपए बिहार को मिलेगा, जिस पैसे को बिहार जैसे चाहे वैसे खर्च कर सकेगा. साठ हजार करोड़ रुपया सेंट्रल स्पिनसर्ड टीम है उसके द्वारा मिलेगा और इसके अलावा तेरह हजार करोड़ रुपया केंद्र सरकार लोन देगी, जो बिना ब्याज का होगा, साथ ही उस पैसे का भुगतान पचास सालों में करना है. गरीबों के लिए साठ हजार मकान बन चुके हैं और केंद्र सरकार द्वारा चलाए जानेवाली विभिन्न योजनाएं जैसे किसान सम्मान योजना, मुफ्त राशन योजना सहित अन्य योजनाओं का सर्वाधिक लाभ बिहार को मिलेगा.
महागठबंधन के एकजुटता पर साधा निशाना
सुशील मोदी ने महागठबंधन सरकार के एकजुट होने की बात पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुढ़नी और गोपालगंज में भी सभी एकजुट हुए थे तो क्या हो गया? हम दोनो जगह चुनाव जीते, हम अकेले ही काफी हैं महागठबंधन को उखाड़ फेंकने के लिए.
उन्होंने आगे कहा कि अभी पूर्णिया में जो रैली हो रही है, वह भाजपा के लिए चुनौती नही है, वह चुनौती है ओवैसी को उखाड़ फेंकने के लिए. पूर्णिया का जो इलाका है वहां मुस्लिम मतदाता बाहुल्य संख्या में हैं और पिछले चुनाव में मुस्लिम समाज ने इनको वोट नही दिया था, उन्होंने ओवैसी की पार्टी को वोट दिया था. अब इन्हें लगता है कि मुस्लिम वोट हमसे अलग हो गया, तब पूर्णिया में रैली कर ओवैसी को चुनौती देने जा रहे हैं.
नीतीश पर साधा निशाना
सुशील मोदी ने कहा कि जब नीतीश कुमार सोनिया जी से मिलने गए थे तब सोनिया जी ने भाव नही दिया, पांच मिनट में निपटा दिया, उन्हे दरवाजे तक छोड़ने नही आई, प्रेस वार्ता में भी साथ नहीं थे. इसी खुन्नस में नीतीश जी भारत जोड़ो यात्रा में नहीं गए, जबकि ऊन्हे निमंत्रण था. कश्मीर में भी न तो खुद गए और न ही किसी को जाने दिया. इसी खुन्नस का परिणाम है कि आज जब 25 तारीख को कांग्रेस का अधिवेशन हो रहा है तो दूसरी ओर पूर्णिया में रैली किया जा रहा है. दरअसल, मुस्लिम मतदाताओं को पटाने और अपना वजूद बचाने के लिए यह रैली हो रही है.
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