टीएनपी डेस्क: एक बार फिर अडाणी ग्रुप चर्चे में आ गया है. हिंडनबर्ग धोखाधड़ी के आरोपों के बाद इस बार अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी पर अमेरिका में धोखाधड़ी और रिश्वत देने का आरोप लगा है. गौतम अडाणी पर ये आरोप भारत में सोलर एनर्जी से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट को लेकर लगाया गया है. न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में अरबपति गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर साल 2020 से 2024 के बीच सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट को हासिल करने के लिए 250 मिलियन डॉलर यानी लगभग 2,110 करोड़ रुपए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया है. इस सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट से अडाणी ग्रुप को 20 सालों में लगभग 2 बिलियन डॉलर से अधिक का लाभ हो सकता है.
बता दें कि, रिश्वत और धोखाधड़ी का यह पूरा मामला अडाणी ग्रुप के ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ है. इस मामले को इसी साल के अक्टूबर 24 को US कोर्ट में आपराधिक दर्ज किया गया था. अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर ने अडाणी ग्रुप पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने रिश्वत में दिए जाने वाले 250 मिलियन डॉलर को जुटाने के लिए अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से झूठ बोला है. इस केस की सुनवाई बुधवार 20 नवंबर को की गई. जिसके बाद गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है.
इस केस में गौतम अडाणी के साथ-साथ उनके भतीजे सागर अडाणी व अन्य 6 लोग जिसमें रंजीत गुप्ता, सौरभ अग्रवाल, साइरिल कैबेनिस, विनीत एस जैन, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल शामिल हैं. हालांकि, अडाणी ग्रुप ने इन आरोपों को लेकर अभी तक कुछ बयान जारी नहीं किया है.
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